नई दिल्ली। पूरी दुनिया कोरोना के खौफ में है। देश-विदेश में इसको महामारी घोषित कर दिया गया है। इस जानलेवा वायरस की चपेट में आकर भारत में 2 लोग काल के गाल में समा चुके हैं। केंद्र सरकार ने कोरोना को राष्ट्रीय आपदा तक घोषित कर दिया है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महामारी से निपटने के लिए देश और वैश्विक स्तर पर अभियान चला रहे हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार शाम 5 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सार्क देशों के नेताओं से चर्चा करेंगे। जिसमें श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबया राजपक्षे, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी, मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम सोली, भूटान के प्रधानमंत्री, नेपाल के प्रधानमंत्री शामिल होंगे।
वहीं, पाकिस्तान की ओर से प्रधानमंत्री इमरान खान के सहायक डॉ. जफर मिर्जा वीडियो कॉन्फ्रेंस में भाग लेंगे। गौरतलब है कि मोदी ने शनिवार को कहा था कि दक्षेस नेताओं के साथ आने से प्रभावकारी नतीजे आएंगे और कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में नागरिकों को फायदा होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह एक स्वस्थ ग्रह के लिए समय पर की जाने वाली कार्रवाई है।
इससे पहले, विदेश मंत्रालय ने यह घोषणा की थी कि कि क्षेत्र में कोरोना वायरस का मुकाबला करने के लिए एक मजबूत साझा रणनीति का खाका खींचने के वास्ते सभी दक्षेस सदस्य देशों की वीडियो कांफ्रेंस में भारत का नेतृत्व प्रधानमंत्री मोदी करेंगे। मोदी ने शनिवार को ट्वीट किया, रविवार शाम पांच बजे दक्षेस देशों के नेता वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोविड-19 की चुनौती से निपटने का खाका तैयार करने पर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा, मुझे विश्वास है कि हमारे साथ आने से प्रभावकारी नतीजे आएंगे और हमारे नागरिकों को लाभ मिलेगा।
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