नई दिल्ली। कांग्रेस ने बुधवार को पार्टी के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद की आगामी आत्मकथा और मीडिया बयानों में पार्टी नेतृत्व के खिलाफ टिप्पणियों के लिए हमला बोला। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने आजाद पर लुटियंस बंगला के बदले अपनी वफादारी को ताक पर रखने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही थी जिसने उन्हें एक बड़े नेता के रूप में उभरने के लिए सभी पद दिए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
जिस नेता को कांग्रेस पार्टी ने इतना सपोर्ट किया, पार्टी के लगभग सभी शीर्ष पद दिए, वही आज उस पार्टी के खिलाफ बोल रहा है.. उसने पार्टी का भरोसा तोड़ा और जब उन्होंने पिछले साल पार्टी छोड़ दी थी, तब उन्होंने कहा था 'मैं अब आजाद हूं'। लेकिन उनकी टिप्पणियों को सुनने के बाद ऐसा लगता है कि वह (अभी भी) गुलाम हैं।
आजाद ने अपने बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की और कांग्रेस के सिकुड़ते आधार पर राहुल गांधी को निशाने पर लिया।
डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के अध्यक्ष अपना संस्मरण आजाद: एन ऑटोबायोग्राफी जारी करने वाले हैं।
पुस्तक में, आजाद ने धारा 370 को निरस्त करने के मुद्दे का प्रमुखता से उल्लेख किया है और संसद में विरोध में शामिल नहीं होने के लिए अपने पूर्व कांग्रेस सहयोगी जयराम रमेश पर निशाना साधा है। तब गुलाम नबी आजाद राज्य सभा में विपक्ष के नेता थे।
--आईएएनएस
मुख्तार अंसारी की मौत : पूर्वांचल के चार जिलों में अलर्ट, बांदा में भी बढ़ी सुरक्षा, जेल में अचानक बिगड़ी थी तबीयत
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक कश्मीर में नजरबंद
शराब घोटाला मामला: एक अप्रैल तक ईडी की हिरासत में केजरीवाल
Daily Horoscope