नई दिल्ली। पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यक्रम का न्योता स्वीकार कर लिया है। अगले हफ्ते आरएसएस के एक कार्यक्रम में प्रणब मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करने नागपुर जा रहे है। यह खबर सामने आने के बाद कांग्रेस नेता ने इस पर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि प्रणव मुखर्जी सांप्रदायिकता और हिंसा को लेकर आरएसएस की भूमिका पर पहले सवाल उठा चुके हैं। आरएसएस को ये बातें बता होंगी। उन्होंने कहा था कि आरएसएस जैसी राष्ट्रविरोधी कोई संस्था नहीं है। इसे देश में नहीं होना चाहिए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
दीक्षित ने आगे कहा कि ऐसे व्यक्ति जो आरएसएस को सांप से भी जहरीला मानते हैं, उन्हें कार्यक्रम में बुलाया जा रहा है तो क्या प्रणव मुखर्जी ने अपनी विचारधारा बदली है या आरएसएस में ही कोई स्वाभिमान नहीं बचा है। आपको बता दें कि कांग्रेस से लंबे समय से जुड़े रहे पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने 7 जून को नागपुर में संघ के भावी प्रचारकों के सामने राष्ट्रवाद पर व्याख्यान देने का न्योता स्वीकार कर लिया है। वह संघ शिक्षा वर्ग के तृतीय वर्ष में शामिल हो रहे स्वयंसेवकों को संबोधित करेंगे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा, वह एक बुद्धमिान व्यक्ति हैं। वह भारत के राष्ट्रपति रहे हैं। उनकी पंथनिरपेक्ष सोच है। इसलिए ऐसा नहीं लगता कि उनके वहां जाने से उनके व्यवहार में कोई बदलाव आ जाएगा।
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, इसके बारे में जवाब पूर्व राष्ट्रपति खुद ही दे सकते हैं। उनको निमंत्रण मिला, वह जा रहे हैं तो इसका जवाब वही दे सकते हैं।
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