नई दिल्ली। चांद के दक्षिणी ध्रुव पर मौजूद चंद्रयान-2 (Chandrayaan-2) के विक्रम लैंडर से लगातार इसरो ( ISRO) के वैज्ञानिक संपर्क साधने में जुटे हुए हैं। लेकिन संपर्क साधने में सफलता नहीं मिल पा रही है। इसके बाद भी इसरो के वैज्ञानिक और देश की जनता ने उम्मीद नहीं छोड़ी है। वैज्ञानिक प्रयास कर रहे हैं कि संपर्क हो जाए और लोग प्रार्थना कर रहे कि वैज्ञानिक सफल हो जाए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मिली जानकारी के अनुसार, इसरो ने इस बात पर विचार करना शुरू कर दिया है कि अगर विक्रम लैंडर से संपर्क नहीं हुआ तो वे विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर का अपग्रेडेड यानी आधुनिक वर्जन को चंद्रयान-3 में भेजेंगे। चंद्रयान-3 में जाने वाले लैंडर और रोवर में ज्यादा बेहतरीन सेंसर्स, ताकतवर कैमरे, अत्याधुनिक नियंत्रण प्रणाली और ज्यादा ताकतवर संचार प्रणाली लगाई जाने की योजना है।
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