नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा जनता को राहत देने के लिए पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गुरुवार को 2.5 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से कमी की। सरकार के इस कदम से भाजपा शासित राज्यों में पेट्रोल और डीजल के दाम में पांच रुपए तक कमी आई है। उधर, विपक्ष ने सरकार द्वारा की गई इस कमी को ‘आंखों में धूल' झोंकने वाला बताया है। कांग्रेस ने सरकार से सवाल पूछा है कि वह अन्य देशों को सस्ते में डीजल-पेट्रोल क्यों बेच रही है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा शासित प्रदेश सरकारें जनता को लूटने का काम कर रही हैं। सरकार को बताना चाहिए कि वह अन्य देशों को कम कीमत पर डीजल-पेट्रोल क्यों बेच रही है। एक आरटीआई के जवाब में सरकार ने कहा है कि वह 15 देशों को पेट्रोल मात्र 34 रुपए प्रति लीटर और 29 मुल्कों को डीजल प्रति लीटर 37 रुपए में बेच रही है। सरकार को यह बताना चाहिए कि वह अपनी ही जनता को क्यों लूट रही है। यह सरकार राहत देने के बजाय किसानों पर लाठी बरसाती है।
माकपा नेता वृंदा करात ने भी कहा कि भारत के आस-पास के देशों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें काफी कम हैं, लेकिन यहां तेल बहुत ज्यादा हैं। जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें बहुत कम थीं तब भी सरकार ने जनता को राहत नहीं दी और अपना तिजोरी भरने में लगी रही।
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