नई दिल्ली । केंद्रीय जांच ब्यूरो
(सीबीआई) ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने इंडियन ऑयल कॉपोर्रेशन लिमिटेड
(आईओसीएल) के तीन अधिकारियों के खिलाफ रिश्वत के दो मामले दर्ज किए हैं और
उन्हें गिरफ्तार भी किया है।
सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पहला मामला आईओसीएल के महाप्रबंधक
(रिटेल सेल्स) के खिलाफ दर्ज किया है। उन पर एक खुदरा केंद्र को एक मालिक
से दूसरे मालिक को स्थानांतरित करने के लिए मंजूरी देने के वास्ते एक लाख
रुपये की घूस मांगने का आरोप है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
आगे यह भी आरोप लगाया गया कि रॉज ने शिकायतकर्ता को नंदले को रिश्वत की राशि का भुगतान करने का निर्देश दिया।
सीबीआई ने जाल बिछाया और नंदले को शिकायतकर्ता से एक लाख रुपये की रिश्वत मांगते और लेते हुए पकड़ा गया।
दूसरा
मामला आईओसीएल, गोंदिया (महाराष्ट्र) के बिक्री अधिकारी सुनील गोलार के
खिलाफ शिकायत पर दर्ज किया गया, जिसमें आईओसीएल द्वारा स्टॉक उपलब्ध कराने
में बिना किसी देरी के शिकायतकर्ता के पेट्रोल पंप के सुचारू संचालन की
अनुमति देने के लिए और शिकायतकर्ता को दिए गए पिछले एहसान को लेकर भी 1 लाख
रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया गया था।
सीबीआई ने जाल बिछाया और शिकायतकर्ता से 1 लाख रुपये की रिश्वत मांगते और स्वीकार करते हुए गोलार को पकड़ लिया गया।
सीबीआई अधिकारी ने कहा, "दोनों मामलों में आरोपियों के कार्यालय और आवासीय परिसरों की तलाशी ली जा रही है।"
मामले में आगे की जांच की जा रही है।
--आईएएनएस
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