नई दिल्ली। पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने सोमवार को कहा कि केंद्र और राज्यों को एक साथ मिलकर पेट्रोल और डीजल को जल्द वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में लाने का काम करना चाहिए। पूर्व वित्तमंत्री का बयान पेट्रोल और डीजल की कीमतों में रोज ऊंचाई का नया रिकॉर्ड बनने के बाद आया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
चिदंबरम ने ट्विटर के माध्यम से कहा, ‘‘पेट्रोल और डीजल के दाम में लगातार इजाफा करना जरूरी नहीं है, क्योंकि कीमतों में वृद्धि बहुत ज्यादा कर होने के कारण हो रही है। अगर करों में कटौती की जाए जो कीमतों में भारी कमी आ जाएगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस पेट्रोल और डीजल को तत्काल जीएसटी के दायरे में लाने की मांग करती है।’’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘केंद्र की ओर से राज्यों पर दोषारोपण करना बनावटी तर्क है। भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) अपनी डींग मारने वाली बातें भूल गई क्योंकि भाजपा 19 राज्यों में सत्ता में है। केंद्र और राज्य को मिलकर पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने का काम करना चाहिए।’’
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