नई दिल्ली |
संसद भवन के उद्घाटन को लेकर जारी विवाद और विपक्षी दलों की गोलबंदी के
बीच भाजपा मोदी सरकार के 9 साल के कार्यकाल की उपलब्धियों को लेकर 2024 में
हैट्रिक लगाने के लिए मिशन लोक सभा में जुट गई है।
भाजपा ने जहां एक तरफ 9 साल के कार्यकाल की उपलब्धियों को देशभर में जन-जन
तक पहुंचाने के लिए एक मेगा प्लान तैयार किया है तो वहीं इसके साथ ही
विपक्षी एकता में दरार डालने के लिए पार्टी देशभर में मजबूत और दमदार
नेतृत्व की बात भी करने जा रही है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
साफ तौर पर भाजपा ने एक बार फिर
से मतदाताओं के सामने यह सवाल खड़ा करने की रणनीति बना ली है कि एक तरफ
मजबूत,दमदार और लोकप्रिय चेहरा नरेंद्र मोदी है जो लगातार दो टर्म से पीएम
है तो दूसरी तरफ कौन है? मोदी की तुलना में विपक्ष के पास कौन सा चेहरा है
जिसे वो देश का प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं?
मोदी सरकार के नौ साल
के कार्यकाल पर आयोजित विशेष कार्यक्रम में बोलते हुए भाजपा राष्ट्रीय
अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी शुक्रवार को अप्रत्यक्ष तौर पर पीएम मोदी के
खिलाफ कौन का सवाल उठाते हुए यह कहा कि पिछले नौ साल के दौरान देश ने
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एक मजबूत और दमदार एवं दमदार फैसले लेने
वाली सरकार को देखा है, जिनके नेतृत्व में पिछले नौ साल के दौरान भारत में
तेजी से समग्र और समावेशी विकास हुआ है।
विपक्षी दलों का एक साझा मोर्चा बनाने की कोशिशों के बीच भाजपा ने एक बार फिर से पूर्ण बहुमत का मुद्दा उठाना भी शुरू कर दिया है।
विदेश
यात्रा के बाद भारत वापस लौटे प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को पालम
एयरपोर्ट पर भाजपा नेताओं और कार्यकतार्ओं को संबोधित करते हुए कहा कि
दुनिया के महापुरुषों से मुलाकात के दौरान वे देश की महान संस्कृति का गौरव
गान करते हुए आंखें नीची नहीं करते हैं,आंखें मिला कर बात करते हैं और वे
ऐसा इसलिए कर पाते हैं क्योंकि देश के लोगों ने एक पूर्ण बहुमत वाली सरकार
बनाई है।
भाजपा मोदी सरकार की जनधन योजना, उज्जवला योजना,
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, आयुष्मान योजना, आवास योजना, इज्जत
घर, हर घर जल, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना जैसी कई योजनाओं को
अपने लिए गेमचेंजर मान कर चल रही है।
अयोध्या में राम मंदिर का
निर्माण, काशी-उज्जैन एवं केदारनाथ में पुनर्निमाण कार्य, जम्मू-कश्मीर से
अनुच्छेद 370 और 35 ए हटाने और अब नए संसद भवन में तमिलनाडु से जुड़े
पवित्र सेंगोल को स्थापित करने जैसे कई फैसलों की वजह से पार्टी यह मान कर
चल रही है कि देश में मोदी की लोकप्रियता बढ़ी है और आज भी उनके मुकाबले
में कोई और नेता टिक नहीं सकता है।
इसके साथ ही भाजपा ने मोदी सरकार
के 9 साल के कार्यकाल का पूरा लेखा-जोखा भी तैयार कर रखा है। आंकड़ों के
लिहाज से भाजपा ने वर्तमान मोदी सरकार और पिछली सरकारों के कामकाज के दौरान
हासिल की गई उपलब्धियों का तुलनात्मक ब्यौरा तैयार कर रखा है और इस तुलना
को लोगों के सामने रखते हुए यह साबित करने का प्रयास किया जाएगा कि मोदी
सरकार ने कितना शानदार काम किया है।
इसकी एक बानगी शुक्रवार को
दिखाई दी जब भाजपा ने आंकड़ों के सहारे यह बताने और समझाने का प्रयास किया
कि कांग्रेस के आरोप कितने झूठे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद
ने आंकड़ों की कहानी बयां करते हुए दावा किया कि मनमोहन सिंह के नेतृत्व
वाली कांग्रेस सरकार में भारत की अर्थव्यवस्था 'फ्रैजाइल फाइव' में थी और
प्रधानमंत्री मोदी के नौ साल में भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया के 'टॉप
फाइव' में है।
आज भारतीय अर्थव्यवस्था इंग्लैड से भी आगे निकल गई
है। आज देश की अर्थव्यवस्था 3.5 ट्रिलियन डॉलर को पार कर गई है। आज भारत का
विदेशी मुद्रा भंडार 50 लाख करोड़ से अधिक है। 2022-23 में भारत ने 36 लाख
करोड़ रुपये से ज्यादा का सामान एक्सपोर्ट किया था, जबकि 2014 में महज
19.05 लाख करोड़ का एक्सपोर्ट हुआ था। भारत का वार्षिक खुदरा मुद्रास्फीति
अप्रैल 2023 में 4.7 प्रतिशत है और होलसेल मुद्रास्फीति माइनस 0.92 प्रतिशत
हो गई है जबकि अमेरिका, जर्मनी, फ्ऱांस, ऑस्ट्रेलिया जैसे कई देशों में
मुद्रास्फीति कहीं अधिक है।
लगभग सभी फसलों पर एमएसपी में डेढ़ गुना
से अधिक बढ़ोत्तरी हुई है। धान का एमएसपी 2013-14 में 1360 रुपए प्रति
क्विंटल था और आज 2040 रुपए प्रति क्विंटल है। इसी तरह गेहूं की एमएसपी में
भी वृद्धि हुई है। ज्वार पर 2013-14 में 1530 रुपये प्रति क्विंटल था और
वह 2930 रुपये हो गया है। बाजरा पर एमएसपी 2013-14 में 1250 रुपये था और आज
वह बढ़कर 2350 रुपये हो गया है। तूर दाल यानी अरहर दाल पर एमएसपी 2013-14
में 4350 रुपये था और आज वह बढ़कर 6650 रुपये है।
देश से 16 हजार
करोड़ रुपये का डिफेंस एक्सपोर्ट हुआ है। मोबाईल मैन्यूफैक्च रिंग में भारत
दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश बन गया है। 2022-23 में 11 बिलियन
डॉलर अर्थात लगभग 90 हजार करोड़ रुपए का मोबाइल निर्यात किया गया।
पीएलआई
देने की वजह से देश में 'मेक इन इंडिया' इनिशिएटिव को लगातार सफलता मिल
रही है। अब एप्पल स्टोर भी भारत में खुल रहे हैं। 2014 में भारत में उपयोग
होने वाले 78 प्रतिशत मोबाइल विदेशों से आते थे और आज भारत की आवश्यकता का
99 प्रतिशत मोबाइल 'मेड इन इंडिया' है।
भाजपा नेता ने यह दावा किया
कि देश को जीएसटी से अप्रैल में 1.87 लाख करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त
हुआ है, जो अबतक का सबसे अधिक है। डीबीटी में 2022-23 में 312 विभिन्न
योजनाओं की लगभग 6.68 लाख करोड़ रुपये की राशि सीधे गरीबों के बैंक एकाउंट
में भेजी गई। इससे लगभग 2.53 लाख करोड़ रुपये बचाए गए, जो बिचौलिये खा जाते
थे।
भारत का फिनटेक मार्केट जो 2021 में 50 बिलियन डॉलर था वह 2025
तक बढ़कर 150 बिलियन डॉलर हो जाएगा। डिजिटल पेमेंट भारत में 10 बिलियन
डॉलर का हो गया है। देश में पहली बार कोविड से बचाव के लिए दो-दो स्वदेशी
वैक्सीन विकसित किए गए और 100 से अधिक देशों में स्वदेशी वैक्सीन भेजे गए।
विदेशों को वैक्सीन देने सहित देश की 130 करोड़ जनता को लगभग 220 करोड़ से
अधिक कोरोना वैक्सीन डोज लगाए गए हैं।
भाजपा ने अस्पताल से लेकर
एयरपोर्ट, हाइवे से लेकर वाटर वे, शिक्षा से लेकर उद्योग तक लगभग हर
क्षेत्र में आंकड़ों का तुलनात्मक अध्ययन विश्लेषण के साथ तैयार कर रखा है
जिसे रैलियों, सभाओं, सम्मेलनों, व्यक्तिगत संपर्क अभियानों यहां तक कि
इंस्टाग्राम, ट्विटर और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी पार्टी
जोर-शोर से बताएगी।
--आईएएनएस
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