नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के लागू होने के 150 दिनों के भीतर 12 लाख से अधिक लोगों ने इस योजना का लाभ उठाया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे.पी. नड्डा ने सोमवार को इस बात की जानकारी दी। नड्डा ने कहा, इस योजना का उद्देश्य है कि भारत के 40 फीसदी नागरिकों को अस्पताल में दाखिले के बाद सर्वोच्च प्रकार की स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त हों, इसलिए अब तक 1600 करोड़ रुपए से अधिक रुपए खर्च किए गए हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इसके अलावा हृदय रोग और हड्डी रोग जिनमें कोरोनरी एंजियोग्राफी, डबल व सिंगल स्टेंट (दवा-युक्त, निदानकारी एंजियोग्राम सहित), कोरोनरी बलून एंजियोप्लास्टी, एक्सटर्नल फिक्सेशन लॉन्ग बोन जैसे तृतीयक चीजों की जरूरत पड़ती है उस पर 592 करोड़ से अधिक रुपए खर्च किए जा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि देशभर में 65500 कॉमन सर्विस सेंटर से अधिक का एक नेटवर्क है जिसमें ग्राम स्तरीय उद्यमी एक स्थान से कई सेवाएं प्रदान करते हैं। ये उद्यमी जो कि भारत सरकार के डिजिटल सेवाओं का प्रसार करने का एक सशक्त माध्यम हैं इन्हें 13 राज्यों में आयुष्मान भारत के लाभार्थियों के ई-कार्डों द्वारा सत्यापन के लिए संलग्न किया गया है।
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