नई दिल्ली। अयोध्या मामले पर फैसले से पहले अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी द्वारा आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में हिंदू और मुस्लिम पक्ष के वरिष्ठ प्रतिनिधियों से आग्रह किया गया कि शीर्ष अदालत के फैसले का सम्मान किया जाना चाहिए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
नकवी के आवास पर आयोजित इस बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संयुक्त सचिव कृष्ण गोपाल और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व संगठन सचिव रामलाल सहित मुस्लिम पक्ष के प्रभावशाली लोग शामिल रहे।
मुस्लिम पक्ष की ओर से जमीयत उलेमा-ए-हिंद के महासचिव महमूद मदनी, पूर्व सांसद शाहिद सिद्दीकी, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य कमाल फारूकी, फिल्म निर्माता मुजफ्फर अली और कुछ अन्य लोगों ने भी मौजूदगी दर्ज कराई। इस दौरान दोनों समुदायों के प्रतिनिधियों से आग्रह किया गया कि 17 नवंबर से पहले आने वाले अयोध्या विवाद पर फैसले का सम्मान किया जाना चाहिए।
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