नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में हुए 1.8 अरब डॉलर (11,300 करोड़ रुपए) के घोटाले पर किसी उद्योग मंडल द्वारा व्यक्त की गई पहली प्रतिक्रिया में एसोचैम ने शुक्रवार को सरकारी बैंकों की कार्यप्रणाली की आलोचना की और उनकी 'कमजोर' स्थिति पर सवाल उठाया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
एसोचैम द्वारा जारी बयान में कहा गया है, "पंजाब नेशनल बैंक की एक एकल शाखा में कनिष्ठ अधिकारियों की मिलीभगत से हुआ कथित तौर पर 11,300 करोड़ रुपए का फर्जी लेन-देन यह दिखाता है कि हमारी बैंकिंग प्रणाली कितनी कमजोर है।"
एसोचैम के महासचिव डी. एस. रावत ने कहा, "तथ्य यह है कि उपप्रबंधक स्तर का अधिकारी मीडिया से बात कर रहा है। यह दिखाता है कि देश के दूसरे सबसे बड़े बैंक समेत अन्य ऋणदाताओं की जोखिम प्रबंधन प्रणाली कितनी लचर है और यहां कमांड प्रणाली की श्रृंखला नहीं है या इसका पालन नहीं किया जाता है।"
उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के बढ़ते आकार के साथ ही बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थाओं के आकार भी बड़े हो गए हैं, जिससे कोई भी गलती होने पर उसका प्रभाव काफी बड़ा होता है।
रावत ने कहा, "पीएनबी की घटना हमारी आंख खोलनेवाली है कि हमारी जोखिम आकलन प्रणाली दुरुस्त नहीं है। यहां तक कि नियामक आरबीआई भी इस गलती को समय पर नहीं पकड़ सका। कुल मिलाकर बैंकों की आरबीआई द्वारा किया जानेवाला निरीक्षण एक नियमित घटना बन गई है।"
First Phase Election 2024 : पहले चरण में 60 प्रतिशत से ज्यादा मतदान, यहां देखें कहा कितना मतदान
Election 2024 : सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल और सबसे कम बिहार में मतदान
पहले चरण के बाद भाजपा का दावा : देश में पीएम मोदी की लहर, बढ़ेगा भाजपा की जीत का अंतर
Daily Horoscope