नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े घोटाले पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपनी
चुप्पी तोड़ते हुए मंगलवार को कहा है कि ये राज्य सरकारों की जिम्मेदारी है
कि वो ऐसे लोगों को पकडे जो बैंकों के साथ धोखाधड़ी करते हैं। इसके साथ ही
उन्होंने देश के दूसरे सबसे बड़े बैंक में हुए घोटले के लिये ऑडिटर्स और
बैंक मैनेजमेंट को भी जिम्मेदार माना है जो इस मामले में ढिलाई बरतते आ रहे
थे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने कहा कि सरकार बैंकिंग सिस्टम से धोखाधड़ी करने वालों के
खिलाफ कार्रवाई करेगी और उन्हें नहीं छोड़ेगी। वित्त मंत्री जेटली दिल्ली
में एसोसिएशन्स ऑफ डवेलपिंग फाइनेंसिंग इंस्टटी्यूशन इन एशिया एंड पेसिफिक
(एडीआईएपी) के सालाना कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा, ऑडिटर्स को
अपनी ओर देखना होगा कि वो इस गड़़बड़ी को पकडऩे में नाकामायाब क्यों हुए?
सुपरवाइज करने वाली एजेंसीज को ये समीक्षा करनी होगी कि किस तरह के सिस्टम क
बनाया जाए जिससे इस तरह की गड़बडिय़ों को पकड़ा जा सके।
वित्तमंत्री
अरुण जेटली ने कहा कि सुपरवाइजरी एजेंसियों को ये सुनिश्चित करना होगा कि
इस तरह के मामलों को शुरुआती दौर में ही खत्म कर देना चाहिये और दोबारा इस
तरह की घटना न हो ये भी सुनिश्चित करना होगा। उन्होंने पीएनबी और नीरव मोदी
का नाम लिए बगैर कहा कि बैंक मैनेजमेंट की जो जिम्मेदारी थी वो उसे निभा
नहीं पाए और साथ ही वे यह पता लगाने में असफल रहे कि उनमें से कौन था जो
गलत था। जेटली ने कहा कि देश में करदाताओं की संख्या में वृद्धि हुई है।
लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि अभी देश में कई ऐसे लोग हैं जो टैक्स नहीं दे
रहे हैं।
First Phase Election 2024 : पहले चरण में 60 प्रतिशत से ज्यादा मतदान, यहां देखें कहा कितना मतदान
Election 2024 : सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल और सबसे कम बिहार में मतदान
पहले चरण के बाद भाजपा का दावा : देश में पीएम मोदी की लहर, बढ़ेगा भाजपा की जीत का अंतर
Daily Horoscope