नई दिल्ली। जम्मू एवं कश्मीर को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा धारा 370 को हटाने और राज्य के विशेष अधिकारों को समाप्त करने के प्रस्ताव को राज्यसभा में पेश किए जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने इसे राष्ट्रीय एकीकरण की दिशा में एक स्मरणीय कदम करारा दिया। इसके संबंध में पूर्व वित्तमंत्री ने कई ट्वीट्स किए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
जेटली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह को एक बहुत बड़ी ऐतिहासिक भूल को ठीक करने के लिए बधाई दी, जिसने जम्मू एवं कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा दिया गया था। उन्होंने ट्वीट किया, मेरी तरफ से एक बहुत बड़ी ऐतिहासिक भूल को ठीक करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को मुबारकबाद। एक ऐतिहासिक गलती को आज दुरुस्त कर लिया गया है।
भारत के संविधान के अनुच्छेद 368 के तहत प्रक्रिया का पालन किए बिना धारा 35ए को पीछे के दरवाजे से चुप-चाप लाया गया था। इसे जाना ही था। पूर्व वित्त मंत्री ने जोर देकर कहा कि धारा 370 एक अस्थायी प्रावधान था। उन्होंने कहा, यह अस्थायी और क्षणिक प्रावधान था, जिसे स्थायी नहीं माना जा सकता था। इसे जाना ही था। अलग दर्जा अलगाववाद की तरफ लेकर जाता है। कोई भी गतिशील देश इस प्रकार की परिस्थिति को कभी स्वीकार नहीं करेगा।
पीएम मोदी के खिलाफ हमले में जनादेश की वैधता को नजरअंदाज कर रहा पश्चिमी मीडिया का एक वर्ग
नौकरियों के आंकड़े पिछले 6.5 वर्षों में लगातार वृद्धि, बेरोजगारी दर में गिरावट दिखाते हैं
यूपी के मुरादाबाद से भाजपा प्रत्याशी कुंवर सर्वेश सिंह का निधन, सीएम योगी ने जताया दुख
Daily Horoscope