नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हवा की गुणवत्ता दीवाली के बाद इस सीजन में पहली बार सोमवार को चिंताजनक स्थिति में पहुंच गई है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फॉरकास्टिंग एंड रिसर्च (एसएएफएआर) के अनुसार, सोमवार सुबह दिल्ली में हवा की गुणवत्ता 10 पीएम (पार्टिकुलेट मैटर) पर थी, जो 476 पर गंभीर श्रेणी में है।
एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) की छह श्रेणियां हैं - अच्छी, संतोषजनक, मध्यम प्रदूषित, खराब, बहुत खराब और गंभीर। इनमें से प्रत्येक श्रेणी वायु प्रदूषकों की मात्रा और उनके संभावित स्वास्थ्य प्रभावों के आधार पर तय की जाती है।
एसएएफएआर ने पूर्वानुमान जताया था कि 2017 और 2018 की औसत तुलना में 50 प्रतिशत पटाखों के जलने के साथ सोमवार सुबह हवा की गुणवत्ता गंभीर स्तर को छू लेगी, लेकिन पीएम 2.5 की चरम स्तर पर रहने के साथ संभवता पिछले 3 वर्षो की तुलना में सबसे कम रहा।
दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) पर टास्क फोर्स की पिछले सप्ताह एक बैठक आयोजित की गई थी। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) में आयोजित बैठक को विशेष रूप से अगले कुछ दिनों के दौरान संभावित वायु गुणवत्ता की स्थिति की समीक्षा करने के लिए बुलाया गया था।
--आईएएनएस
बिल गेट्स ने लिया मोदी का इंटरव्यू: PM बोले-भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में डीपफेक एक बड़ी चिंता
'बहुत सकून मिला है', अंसारी की मौत के बाद पीड़िता का बयान
पांच डॉक्टरों का पैनल करेगा मुख्तार अंसारी का पोस्टमार्टम, शाम को सुपुर्द-ए-खाक किया जा सकता है
Daily Horoscope