नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, त्रिपुरा CM माणिक साहा और अन्य की उपस्थिति में गृह मंत्रालय में भारत सरकार, त्रिपुरा सरकार, एनएलएफटी (नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा) और एटीटीएफ (ऑल त्रिपुरा टाइगर फोर्स) के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
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अमित शाह ने कहा, " यह समझौता पूर्वोत्तर के लिए 12वां और त्रिपुरा से जुड़ा तीसरा समझौता है। अब तक लगभग 10,000 उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है, हथियार छोड़ दिए हैं और मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं...आज, एनएलएफटी और एटीटीएफ के साथ समझौते और आत्मसमर्पण के साथ लगभग 328 से अधिक सशस्त्र कैडर मुख्यधारा में शामिल हो जाएंगे।
शाह ने कहा, "आज हम सभी के लिए खुशी की बात है कि 35 वर्षों से चल रहे संघर्ष के बाद आप हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं और संपूर्ण त्रिपुरा के विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है। पीएम मोदी जब से देश के प्रधानमंत्री बने हैं तब से उन्होंने शांति और संवाद के जरिए सक्षम और विकसित पूर्वोत्तर का विजन देश के सामने रखा है। पूर्वोत्तर के लोगों और दिल्ली के बीच काफी दूरी थी। उन्होंने न केवल सड़क, रेल और हवाई संपर्क के माध्यम से इस दूरी को मिटाया बल्कि लोगों के दिलों के बीच की दूरियों को भी मिटाया।
त्रिपुरा के सीएम माणिक साहा ने कहा मैं पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र में शांति, समृद्धि और सद्भावना का माहौल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए गृह मंत्री अमित शाह के प्रति आभार व्यक्त करना चाहता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और गृह मंत्री अमित शाह की सक्रिय पहल के तहत, पिछले 10 वर्षों में पूर्वोत्तर में कई जटिल मुद्दों को सुलझाने के लिए एक दर्जन शांति समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिनमें से अकेले त्रिपुरा के लिए अब तक 3 समझौते हैं। यह बहुत संतोष की बात है कि एनएलएफटी और एटीटीएफ के सदस्यों ने हमारे प्रधानमंत्री द्वारा संचालित विकास यात्रा में भागीदारी के लिए मुख्यधारा में शामिल होने का फैसला किया है... प्रधानमंत्री के नेतृत्व और हमारे गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में त्रिपुरा के सभी लोगों का भविष्य उज्ज्वल है।
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