नई दिल्ली। नोटबंदी के करीब दो साल बाद भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कहा कि बंद किए गए 500 और 1,000 के नोटों की गिनती पूरी हो गई है। आरबीआई ने साल 2017-18 के वार्षिक रिपोर्ट के आंकड़ों के मुताबिक उस नोटबंदी की गई थी उस समय 500 और 1000 रुपए के करीब 15 लाख 44 हजार करोड़ रुपए मूल्य के नोटबंदी किए गए थे, लेकिन रिजर्व बैंक के पास सिर्फ 15 लाख 31 हजार करोड रुपए मूल्य के ही पुराने नोट वापस आए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
केंद्रीय बैंक ने कहा कि निर्दिष्ट बैंक नोटों (एसबीएन) की गिनती का जटिल कार्य सफलतापूर्वक पूरा हो गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि बैंकों के पास आए एसबीएन की गिनती हाई स्पीड करंसी वेरिफिकेशन ऐंड प्रोसेसिंग सिस्टम (सीवीपीएस) से की गई है और इसके बाद उन्हें नष्ट कर दिया गया। एसबीएन से तात्पर्य 500 और 1,000 के बंद नोटों से है। रिजर्व बैंक ने कहा कि एसबीएन की गिनती का काम पूरा हो गया है। कुल 15,310.73 अरब मूल्य के एसबीएन बैंकों के पास वापस आए हैं।
आपको बता दें कि कालेधन पर लगाम लगाने के लिए मोदी सरकार ने साल 2016 में बड़ा कदम उठाते हुए 8 नवंबर को नोटबंदी का ऐलान किया था और 500-1000 के नोटों को अमान्य घोषित कर दिया था।
इस दौरान सरकार ने पुराने नोटों को बदलने के लिए लोगों को 2 महीनों का समय दिया था जिसके बाद बैंकों में नोट बदलने के लिए पूरे देश में भीड़ जुट गई थी। इस दौरान लोगों को कई दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा था और देश की आर्थिक स्थिति पर भी इसका बुरा असर देखने को मिला था।
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