नई दिल्ली| वर्ष 2017 में 4जी
प्रौद्योगिकी मोबाइल डेटा खपत का प्रमुख चालक के रूप में उभरा तथा भारत में
मोबाइल डेटा का 82 फीसदी ट्रैफिक 4जी में था। नोकिया के सालाना 'मोबाइल
ब्राडबैंड सूचकांक' अध्ययन में गुरुवार को यह जानकारी दी गई।
देश में 4जी नेटवर्क के तेजी से विस्तार और किफायती डिवाइसों के कारण इसके
ट्रैफिक में साल-दर-साल आधार पर 135 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
वहीं, 3जी डेटा की वृद्धि दर 2017 में 286 फीसदी रही, जिसका प्रमुख कारण बेहतर कवरेज तथा मांग में वृद्धि रही।
नोकिया
के भारतीय बाजार प्रमुख संजय मलिक ने एक बयान में कहा, "2017 में दूरसंचार
कंपनियों ने 4जी नेटवर्क का विस्तार किया और यह गति जारी रहने की संभावना
है। स्मार्टफोन और फीचरफोन डिवाइसों की कीमतों में गिरावट से देश में डेटा
की खपत बढ़ रही है।"
रिपोर्ट के मुताबिक, डेटा खपत वीडियो के उपभोग के कारण जारी रहेगी, जिसका कुल मोबाइल ट्रैफिक में 65 ले 75 फीसदी का योगदान है।
मोबाइल
डेटा की खपत में हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध सामग्री का भी
प्रमुख योगदान है। ऑनलाइन देखे जानेवाले 90 फीसदी से ज्यादा वीडियो हिंदी
और अन्य क्षेत्रीय भाषाओं के हैं।
औसतन भारतीय ग्राहक अपने मोबाइल
डिवाइस पर मोबाइल नेटवर्क से 7.4 जीबी डेटा की खपत करते हैं और इस मामले
में भारत ब्रिटेन, दक्षिण कोरिया और फ्रांस से आगे है।
वहीं,
वाईफाई और मोबाइल नेटवर्क दोनों को मिलाकर भारत में औसत डेटा उपभोग 8.8
जीबी प्रति ग्राहक है, जो अन्य विकसित बाजारों के बराबर ही है।
आईएएनएस
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