नई दिल्ली। दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण ने अपनी रिपोर्ट में माना कि दिल्ली में 48 प्रतिशत रेप पीड़ित बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं और 42 प्रतिशत बच्चों ने स्कूल बीच में ही छोड़ दिया है। 52 प्रतिशत रेप पीड़ित बच्चे स्कूल लगातार जा रहे हैं, इनमें 67 प्रतिशत लड़के और 51 प्रतिशत लड़कियां हैं। आयोग ने यह भी माना कि हादसे के बाद बच्चों का बाहर अकले निकलना या अकले खेलना बहुत कम हो गया है। इसके साथ ही ज्यादातर परिवार के समाज के साथ रिश्ते सामान्य नहीं रह गए हैं।दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण ने इस संबंधी रिपोर्ट जारी की। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
आयोग ने एक ऐप 'मेरी आवाज' भी लॉन्च की। इसके माध्यम से यौन शोषण के मामलों में रिपोर्ट शीघ्र और आसानी से हो सकेगी। कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने यह ऐप लॉन्च की। आयोग की मेंबर ज्योति राठी ने बताया कि इस ऐप को ज्यादा से ज्यादा लोग इस्तेमाल करें, इसका पूरा ख्याल रखा जाएगा। ना सिर्फ मामले की रिपोर्ट बल्कि इस ऐप की मदद से बच्चों के साथ यौन शोषण की समस्या को लेकर जागरूकता भी फैलेगी।
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