नई दिल्ली । ग्लोबल स्मार्टफोन मार्केट में इस साल जनवरी-मार्च अवधि में सालाना आधार पर 3 प्रतिशत की वृद्धि हुई, यह जानकारी सोमवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई।
काउंटरपॉइंट रिसर्च के प्रारंभिक परिणामों के अनुसार, तिमाही के दौरान स्मार्टफोन की बिक्री में सालाना आधार पर 3 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो उभरते बाजारों और चीन में सब्सिडी-आधारित मांग में वृद्धि के कारण हुई। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
2025 में बाजार की शुरुआत मिली-जुली रही, जहां पहली तिमाही में खासकर उभरते बाजारों में आर्थिक स्थितियों में निरंतर सुधार देखा गया, लेकिन उत्तरी अमेरिका, यूरोप और चीन जैसे परिपक्व बाजारों में 2024 में सुधार के बाद स्थिति कुछ अलग रही।
चीन में सब्सिडी-आधारित मांग में वृद्धि के साथ जनवरी में बिक्री विशेष रूप से मजबूत रही।
वरिष्ठ शोध विश्लेषक अंकित मल्होत्रा ने कहा, "सैमसंग के एस25 और आईफोन 16ई जैसे प्रमुख लॉन्च के साथ गति जारी रही, लेकिन यह जल्दी ही बदल गई क्योंकि आर्थिक अनिश्चितताएं और व्यापार युद्ध के जोखिम खासकर तिमाही के अंत में बढ़ने लगे। हम नीतियों में बदलावों का विश्लेषण करना जारी रखते हैं और वर्तमान में अनुमान लगा रहे हैं कि पहली तिमाही में वृद्धि के बावजूद 2025 में बाजार में सालाना आधार पर गिरावट आएगी।"
मूल उपकरण निर्माता (ओईएम) की गतिशीलता दिलचस्प बनी हुई है। फरवरी में आईफोन 16ई लॉन्च और अपने गैर-मुख्य बाजारों में निरंतर वृद्धि और विस्तार की मदद से एप्पल ने अपने सबसे बड़े बाजारों में चुनौतियों का सामना करने के बावजूद 2025 की पहली तिमाही में पहला स्थान हासिल किया।
जबकि, अमेरिका, यूरोप और चीन में बिक्री या तो स्थिर रही या घट रही थी। एप्पल ने जापान, भारत, मध्य पूर्व, अफ्रीका और दक्षिण पूर्व एशिया में दोहरे अंकों की वृद्धि दर्ज की।
रिपोर्ट में बताया गया है कि सैमसंग 18 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ एप्पल के बाद दूसरे स्थान पर है। हालांकि, एस 25 सीरीज के देर से लॉन्च होने के कारण इसकी शुरुआत धीमी रही, लेकिन फ्लैगशिप एस25 और नए ए-सीरीज डिवाइस के लॉन्च के बाद इसकी बिक्री में फिर से उछाल आया।
मार्च में सैमसंग की बिक्री में दोहरे अंकों में वृद्धि हुई। एस25 सीरीज की बिक्री में "अल्ट्रा" की हिस्सेदारी में वृद्धि देखी गई।
रिपोर्ट के अनुसार, शाओमी ने अपनी मजबूत बिक्री गति को जारी रखते हुए बाजार हिस्सेदारी हासिल की, जिसमें न केवल नए बाजारों में विस्तार से मदद मिली, बल्कि घरेलू बाजार में भी वृद्धि हुई।
सबसे तेजी से बढ़ने वाले टॉप पांच ब्रांड में चौथे स्थान पर रहे वीवो ने चीन के बाजार में अपने उच्च प्रदर्शन और उभरते बाजारों में विस्तार के कारण यह स्थान हासिल किया।
ओप्पो पांचवें स्थान पर आया और भारत, लैटिन अमेरिका और यूरोप में इसकी बिक्री में वृद्धि देखी गई। रिपोर्ट में कहा गया है, "जेनएआई और फोल्डेबल जैसी नई तकनीकों का प्रसार जारी रहेगा, लेकिन ओईएम को आगे बढ़ने के लिए मांग की सावधानीपूर्वक निगरानी करने की जरूरत है।"
--आईएएनएस
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