गरियाबंद। जिले के देवभोग क्षेत्र में हर साल की तरह इस बार भी ओडिशा से धान की तस्करी की खबरें सामने आ रही हैं, जिससे प्रदेश सरकार को बड़ा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है। समर्थन मूल्य में धान खरीदी की तैयारी जोरों पर है, लेकिन इस दौरान बाहरी धान की आवक ने प्रशासन के लिए चुनौती खड़ी कर दी है। ओडिशा से लाया गया धान छत्तीसगढ़ की मंडियों में खपाने से सरकार के राजस्व पर असर पड़ता है, और स्थानीय किसानों को भी नुकसान होता है।
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प्रशासन हर साल इस समस्या से जूझता है, लेकिन तस्कर नए-नए तरीके अपनाकर अपना खेल जारी रखते हैं। धान के बिचौलियों द्वारा ओडिशा से लाया गया धान मंडियों में खपाकर छत्तीसगढ़ सरकार को बड़े पैमाने पर राजस्व का नुकसान पहुंचाया जाता है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, देवभोग के एसडीएम डॉ. तुलसीदास मरकाम ने कहा है कि यदि ओडिशा से धान की तस्करी शुरू हो गई है, तो प्रशासन इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा।
अब देखना यह होगा कि इस बार प्रशासन समय रहते कैसे इस धान तस्करी के खेल पर लगाम लगाएगा और प्रदेश के किसानों और सरकार को इस नुकसान से कैसे बचाएगा।
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