चंडीगढ़। कांग्रेस ने मुख्य चुनाव आयुक्त द्वारा मतदान प्रक्रिया की सीसीटीवी फुटेज जनता और उम्मीदवारों से साझा न करने की घोषणा को लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। कांग्रेस ने इसे चुनावी पारदर्शिता खत्म करने का प्रयास बताया और भाजपा सरकार पर गड़बड़ियों को छिपाने का आरोप लगाया।
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चंडीगढ़ कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता राजीव शर्मा ने कहा कि 9 दिसंबर 2024 को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने हरियाणा विधानसभा चुनावों के दौरान मतदान केंद्रों की सीसीटीवी फुटेज को याचिकाकर्ता को जारी करने का आदेश दिया था। लेकिन, चुनाव आयोग ने आनन-फानन में चुनाव संचालन नियमों में संशोधन कर यह सुनिश्चित किया कि ऐसी फुटेज जनता के सामने न आए। उन्होंने कहा कि यह कदम गुप्त चुनावी गड़बड़ियों को छिपाने की कोशिश का स्पष्ट उदाहरण है।
कांग्रेस ने चुनाव आयोग की इस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि यह मतदाताओं के अधिकारों और चुनावी पारदर्शिता पर सीधा हमला है। राजीव शर्मा ने कहा कि मतदान के दौरान सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक करने से इनकार करना स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की प्रक्रिया को संदेह के घेरे में ले आता है।
कांग्रेस ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह उच्च न्यायालय के आदेशों का पालन करे और हाल ही में किए गए संशोधन को रद्द कर मतदान केंद्रों की सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक करे। कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि अगर ऐसा नहीं किया गया, तो यह लोकतंत्र और निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया के खिलाफ जनता के विश्वास को गहरा धक्का देगा।
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