चंडीगढ़। चंडीगढ़ में सुबह 6 बजे सुखना लेक पर एक विशेष वॉकाथन का आयोजन किया गया। इस वॉकाथन का मुख्य उद्देश्य संतान प्राप्ति की कारगर तकनीक, आईवीएफ (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन), के बारे में जागरुकता फैलाना था।
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इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व प्रेजिडेंट डॉ. नीरज कुमार, मदरहुड की डॉ. पूनम, और फेडरेशन ऑफ ऑब्स्टट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया की सदस्य वंदना नरूला ने इस अवसर पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में 6 में से 1 दंपति इनफर्टिलिटी (बांझपन) से जूझ रहा है। लगभग 10 से 15 प्रतिशत महिलाएं निसंतानता का सामना कर रही हैं। शादियों की बढ़ती उम्र, खराब लाइफस्टाइल, मानसिक तनाव, नुक्लियर फैमिली प्रेशर और सफल करियर की चिंता के चलते संतान प्राप्ति एक बड़ा चैलेंज बन चुकी है।
हालांकि, कृत्रिम रूप से गर्भ धारण की प्रक्रिया अब आसान हो गई है और आईवीएफ तकनीक उन दंपतियों के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है, जो माता-पिता बनने की इच्छा रखते हैं। वॉकाथन के माध्यम से इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर जागरूकता फैलाने का प्रयास सराहनीय है।
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