सहरसा। आज सहरसा में कम्युनिस्ट पार्टी के विधायक और कार्यकर्ताओं ने एक जोरदार प्रतिरोध मार्च निकाला। यह मार्च थानां चौक से प्रारंभ होकर समाहरणालय गेट तक पहुंचा, जहां डीएम को ज्ञापन सौंपा गया। इस मार्च में बखरी के विधायक सूर्यकांत पासवान, कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव मंडल के ओमप्रकाश नारायण और सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए।
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मार्च के दौरान, बखरी के विधायक सूर्यकांत पासवान ने कहा कि "अफसरशाही चरम सीमा पर है। खुलेआम लूट, हत्याएं और बलात्कार हो रहे हैं, जबकि प्रशासन और बिहार सरकार हाथ पर हाथ रखकर बैठी है।" उन्होंने सलखुआ थानाध्यक्ष और चिरैया थानाध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाए, stating that "वे मनमानी कर रहे हैं और दारू माफिया के साथ मिलीभगत में हैं।"
पासवान ने आगे कहा, "हम मांग करते हैं कि इसकी न्यायिक जांच हो। महादलित परिवार के जीतो सदा को पुलिस द्वारा मारा गया, जिसकी हालत गंभीर है और वह इलाजरत है। हम उसकी सुरक्षा और मुआवजे की मांग करते हैं।"
वहीं, प्रतिरोध मार्च में शामिल नेता ओमप्रकाश नारायण ने सलखुआ थानाध्यक्ष विशाल सिंह और चिरैया थानाध्यक्ष कर्मवीर सिंह की कार्यशैली की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा, "ये अधिकारी दारू खोजने के नाम पर बेगुनाहों के घरों में घुसकर उन्हें पीटते हैं।"
इस प्रतिरोध मार्च ने स्पष्ट किया कि कम्युनिस्ट पार्टी के नेता और कार्यकर्ता प्रशासन की निष्क्रियता और कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को लेकर कितने चिंतित हैं।
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