सहरसा (बिहार)। सहरसा जिले के सोनवर्षा राज थाना क्षेत्र के फतेहपुर पडरिया निवासी और 2023 बैच के आईपीएस अधिकारी हर्षवर्धन सिंह की कर्नाटक में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। यह घटना रविवार की देर शाम कर्नाटक के हिसाल जिले के पास घटी। जैसे ही उनके निधन की खबर आई, उनके पैतृक गांव सहित पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
जानकारी के अनुसार, हर्षवर्धन सिंह मैसूर में प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद अपनी पहली पोस्टिंग कर्नाटक के हिसाल में अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) के रूप में कर रहे थे। रविवार को वह अपनी कार से हिसाल जा रहे थे, जब उनका वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। बताया जा रहा है कि वाहन का टायर फटने के कारण वह अनियंत्रित हो गया, जिससे यह हादसा हुआ। इस दुर्घटना में हर्षवर्धन सिंह की मौत हो गई, जबकि उनका चालक बुरी तरह घायल हो गया है।
हर्षवर्धन सिंह की मौत की खबर सुनते ही उनके परिवार और गांव के लोग गहरे शोक में डूब गए। उनके परिवार के सदस्य, उनकी पत्नी नन्हे और रश्मि, जो खुद को गर्वित महसूस करते थे कि उनका बेटा एक आईपीएस अधिकारी बना, अब इस दुखद खबर से टूट गए हैं। उनका कहना था कि हर्षवर्धन ने दो नौकरी छोड़कर आईपीएस बनने का फैसला किया था और यह उन्हें सफलता की ऊंचाइयों तक ले आया था।
हर्षवर्धन के पिता अखिलेश सिंह, जो मध्य प्रदेश में एसडीएम के पद पर कार्यरत हैं, और उनका छोटा भाई आनंद वर्धन, जो आईआईटी इंजीनियर हैं और यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं, इस दुख को सहन करने के लिए मजबूर हैं। परिवार ने तुरंत कर्नाटक के लिए रवाना होने की तैयारी की, और शव को हवाई मार्ग से पटना लाया जाएगा, जहां मंगलवार को उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया जाएगा।
हर्षवर्धन सिंह का जीवन संघर्ष और समर्पण की मिसाल था। महज 26 वर्ष की उम्र में उन्होंने दो नौकरियों को छोड़कर आईपीएस बनने का साहसिक कदम उठाया था। इसके बाद, उन्होंने कठिन प्रशिक्षण प्राप्त किया और कर्नाटक में एएसपी के रूप में कार्य करना शुरू किया। उनकी आत्मविश्वास और समर्पण ने उन्हें इस मुकाम तक पहुँचाया। जब भी वह अपने गांव आते थे, तो कभी भी किसी को यह नहीं लगता था कि वह इतने बड़े अधिकारी हैं, क्योंकि उनका स्वभाव सादगी और विनम्रता से भरपूर था।
सहरसा पुलिस को इस दुर्घटना की जानकारी मिलते ही उन्होंने स्थानीय स्तर पर स्थिति का जायजा लिया। सिमरी बख्तियारपुर के एसडीपीओ मुकेश कुमार ठाकुर ने कहा कि वह इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं और आईपीएस अधिकारी के शव के पटना पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं। मृतक के नानी गांव मधेपुरा जिले के ख़ुरेशन गांव में भी दुख का माहौल है।
हर्षवर्धन सिंह की असामयिक मौत से पूरे क्षेत्र को गहरा सदमा पहुंचा है। उनके जीवन की प्रेरणादायक कहानी को हमेशा याद रखा जाएगा।
चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया की घोषणा, रोहित कप्तान, गिल उपकप्तान, शमी की वापसी
आरजी कर बलात्कार-हत्या मामला :आरोपी संजय रॉय दोषी करार, सियालदह कोर्ट ने सुनाया फैसला
भाजपा ने 'आप' पर बनी फिल्म दिखाने से रोका, लगाई पुलिस फोर्स : केजरीवाल
Daily Horoscope