उन्होंने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा अगर पहल करते हैं तो उनका स्वागत करूंगा।
भाजपा के इस बयान पर रालोसपा के प्रधान सचिव माधव आनंद ने कहा कि भाजपा के
प्रदेश अध्यक्ष रहे और केंद्रीय मंत्री रहे ठाकुर अभिभावक तुल्य हैं और
उनके बयान पर प्रतिक्रिया नहीं दी जा सकती है। उन्होंने हालांकि कहा कि
राजनीति में कोई भी स्थायी दोस्त और दुश्मन नहीं होता।
उल्लेखनीय है कि
कुशवाहा बिहार में शिक्षा व्यवस्था में सुधार की मांग को लेकर मंगलवार से
पटना में आमरण अनशन पर बैठे हैं। उन्हें मंगलवार को विपक्ष के महागठबंधन
में शामिल पार्टियों का भी साथ मिला है। कुशवाहा पहले राजग में थे और
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली पहली केंद्र सरकार में मंत्री भी थे, परंतु
इस साल हुए लोकसभा चुनाव के पहले सीट बंटवारे से नाराज होकर वे राजग छोडक़र
विपक्ष के महागठबंधन के साथ हो लिए थे।
(IANS)
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