पटना। बिहार के अररिया जिले में चुनाव आयोग के कर्मचारियों के लिए उचित सुविधाओं की कमी उस वक्त देखने को मिली, जब मतदान और पीठासीन अधिकारियों को पंचायत चुनाव के दूसरे चरण के लिए मेज और कुर्सी नहीं दी गई। नतीजतन, मतदान अधिकारियों को ईवीएम और मतपेटियों को जमीन पर रखना पड़ा और मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए कहना पड़ा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
ऐसी व्यवस्था भरगामा प्रखंड के रघुनाथपुर पंचायत के बूथ संख्या 87 में देखने को मिली है।
एक मतदान अधिकारी ने कहा, "जिला प्रशासन ने पंचायत चुनाव की तैयारियों के दौरान हर बूथ पर पर्याप्त व्यवस्था का दावा किया था। अब, हमारे पास कम से कम ईवीएम और बैलेट पेपर लगाने के लिए टेबल, कुर्सी और बेंच नहीं हैं। हमने ईवीएम, बैलेट बॉक्स और अन्य उपकरण लगाए हैं। जमीन पर और उनके साथ मतदान कराने के लिए बैठे हैं। जिला प्रशासन की ओर से सुविधाओं की कमी के कारण यहां कोई गोपनीयता नहीं बरती गई है। मतदाता यहां आ रहे हैं और अपना वोट डाल रहे हैं।"
बूथ पर अधिकारियों ने खराब व्यवस्थाओं की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दी।
एक अन्य अधिकारी ने कहा, "चुनाव कराना हर जिले के डीएम की जिम्मेदारी है।"
राज्य के 34 जिलों के 48 प्रखंडों में पंचायत चुनाव का दूसरा चरण अभी चल रहा है। मतदान का समय सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक है।
--आईएएनएस
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