पटना। लोकसभा चुनाव 2019 में मिली करारी हार के बाद यहां बुधवार को महागठबंधन की समीक्षा बैठक हुई। बैठक में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी भी शामिल हुए। हालांकि बैठक में कांग्रेस का कोई भी नेता उपस्थित नहीं हुआ। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में तेजस्वी ने कहा कि उन्हें इस लोकसभा चुनाव में इस परिणाम की कल्पना और उम्मीद नहीं थी। उन्होंने इस परिणाम को एक षडयंत्र बताते हुए कहा, "जिनकी सभा में 200 से 300 लोग आते थे, जिनके चेहरे लटके रहते थे वे चुनाव जीत गए।"
उन्होंने महागठबंधन में किसी टूट से इंकार करते हुए कहा कि महागठबंधन एकजुट है और एकजुट रहकर जनता के बीच जाएंगे। उन्होंने कहा, "इस चुनाव में राजग ने लोगों को भ्रमित कर मुद्दों से लोगों को भटका दिया। अब इस लड़ाई और उनके मुद्दे को महागठबंधन आगे बढ़ाएगा।"
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर पूछे गए सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि यह न कोई पहली बार जीत या हार है, और न ही यह कोई अंतिम जीत या हार है। उन्होंने कहा, "यह देश का चुनाव था, जिसमें मुद्दे अलग होते हैं। बिहार विधानसभा चुनाव की स्थिति अलग होती है। हमें एकजुट रहकर जनता के बीच जाना है।"
तेजस्वी ने कहा कि दिल्ली में होने वाली कांग्रेस की बैठक में उन्हें बुलाया गया है, जिसमें वह जाकर यहां की बात रखेंगे। प्रधानमंत्री के शपथग्रहण समारोह में जाने के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अभी तक उन्हें कोई निमंत्रण नहीं मिला है।
(आईएएनएस)
Politics At Peak : अमेठी में कांग्रेस नेता सुबह भाजपा में गए, शाम को घर वापसी
वोटिंग ऑफर : अंगुली पर लगी नीली स्याही दिखाकर दो दिन 50 प्रतिशत तक की छूट ले सकेंगे मतदाता
भाजपा उम्मीदवारों को जनता समझती है, वोट की चोट से देगी जवाब : दिग्विजय चौटाला
Daily Horoscope