केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा तेजस्वी को भ्रष्टाचार के एक मामले
में आरोपी बनाए जाने के बाद उपमुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग उठने लगी है।
राजद प्रमुख लालू प्रसाद के छोटे बेटे तेजस्वी 2015 में पहली बार चुनाव
लड़े और सीधे उपमुख्यमंत्री बनाए गए। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला उस
समय का है, जब वह महज 14 साल के थे। तेजस्वी का कहना है, ‘‘उस समय मेरी
मूंछ भी नहीं निकली थी और मेरे पास कोई पद भी नहीं था, मैंने भ्रष्टाचार
कैसे कर लिया।’’ ये भी पढ़ें - यहां पति-पत्नी 5 दिनों के लिए बन जाते हैं एक दूसरे से अंजान, जानिए क्यों
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