पटना। दशहरा पर्व के बाद बिहार के दो विधानसभा सीटों कुशेश्वरस्थान और तारापुर में हो रहे उपचुनाव को लेकर छोटी से लेकर बड़ी पार्टियों के नेता अब चुनावी मैदान में उतर गए हैं। नेताओं के लगातार हो रहे चुनावी दौरे के बाद इन क्षेत्रों में अब चुनावी रंग पूरे शबाब पर है। तमाम पार्टियों के नेता इन क्षेत्रों में पहुंचकर अपने-अपने प्रत्याशी के लिए वोट मांग रहे हैें। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
बिहार में सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) एकजुट हो कर चुनाव मैदान में उतरी है वहीं विपक्षी दलों के महागठबंधन में फूट पड़ गई है। कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) एक-दूसरे के सामने प्रत्याशी उतार दिए हैं।
राजग की ओर से दोनों सीटें जदयू के कोटे में गई है। जदयू की ओर से पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री आर सी पी सिंह और बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने क्षेत्र में लगातार दौरा कर अपने प्रत्याशी के लिए वोट मांग रहे हैं। कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी दोनों क्षेत्रों में जल्द ही चुनावी सभा करेंगे।
इधर, राजद की ओर से पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव मोर्चा संभाल लिया है। तेजस्वी तारापुर विधानसभा क्षेत्र में कैंप कर बेरोजगारी को मुद्दा बनाते हुए अपने प्रत्याशी को विजयी बनाने की अपील कर रहे हैं।
बिहार के कुशेश्वरस्थान और तारापुर विधानसभा सीटों पर 30 अक्टूबर को मतदान होना है जबकि मतों की गिनती दो नवंबर को होगी।
राज्य में हो रहे हो चुनाव दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों जदयू और राजद के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इन चुनावों की हार-जीत सियासी तौर पर बड़ा संदेश देने वाली होगी।
राज्य की इन दोनों सीटों पर जदयू का कब्जा था। इस कारण जदयू जहां फिर से इन दोनों सीटों पर कब्जा जमाना चाहती है वहीं राजद इन सीटों को छीनकर यह दिखाने की कोशिश करने के लिए पूरा जोर लगाए हुए हैें कि अब नीतीश कुमार लोगों की पसंद नहीं रहे।
राजद नेता तेजस्वी यादव लगातार कहते भी रहे हैं कि नीतीश कुमार से अब बिहार नहीं संभल रहा है। तेजस्वी इस उपचुनाव में जीत दर्ज कर यह भी साबित करना चाहते हैं कि पिछले वर्ष हुए विधानसभा चुनाव में राजद को सबसे अधिक सीटें मिलना कोई तुक्का नहीं था। इधर, जदयू इन दोनों सीटों को जीतकर फिर से नीतीश के सुशासन पर मुहर लगाना चाहती है।
उपचुनाव में दोनों दल अपनी जीत के दावे भी कर रहे हैं।
राज्य के वर्तमान चुनावी माहौल पर गौर करें तो दोनों दलों ने अपने विधायकों के अलावा अन्य नेताओं की चुनाव वाले क्षेत्रों में ड्यूटी लगा दी है । जदयू ने मंत्री, विधायक, सांसद के साथ प्रदेश संगठन के नेताओं की फौज तैनात कर दिया है, तो दूसरी ओर राजद ने भी अपने विधायकों और संगठन के नेताओं को तैनात किया है।
इस चुनाव में कांग्रेस और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) भी पूरा जोर लगाए हुए हैं। लोजपा (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान लगातार क्षेत्र में दौरा कर रहे हैं। इधर, कांग्रेस के नेता भी क्षेत्र में कैंप कर रहे हैं।
--आईएएनएस
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