विधानसभा चुनाव में आवश्यकता पड़ी तो एक विचारधारा रखने वाली पार्टियां मिलकर एक बार फिर से नया आकार दे सकती हैं।
महागठबंधन के एक नेता ने नाम नहीं प्रकाशित करने की शर्त पर कहा कि
महागठबंधन में सारी समस्याओं के मूल में राजद और कांग्रेस हैं। लोकसभा
चुनाव हारने के बाद से दोनों पार्टियां पस्त नजर आ रही हैं। कांग्रेस की
समस्या राष्ट्रीय नेतृत्व को लेकर थी।" हालांकि नेता ने संभावना जताई कि अब
कांग्रेस को 'खेवनहार' के रूप में एक बार फिर सोनिया गांधी मिल गई हैं, तो
शायद पटना में भी कुछ हलचल शुरू होगी।
नेता
ने कहा कि राजद के सर्वमान्य नेता और अध्यक्ष लालू प्रसाद जेल में हैं।
लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद उनके उत्तराधिकारी तेजस्वी यादव
दिल्ली में डेरा जमा लिए हैं। ऐसे में कहीं कोई न महागठबंधन की बैठक हो रही
है और न संयुक्त रूप से कोई कार्यक्रम तय हो रहे हैं।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौर भी मानते हैं कि तेजस्वी यादव को
बड़ी जिम्मेदारी मिली है, जिसका निर्वाह सही ढंग से किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कोई भी दल व्यक्ति से बड़ा होता है।
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