जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत बनी यह मानव श्रृंखला करीब 16 हजार किलोमीटर लंबी होने की उम्मीद है, जिसमें चार करोड़ 27 लाख से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। मानव श्रृंखला को लेकर सुरक्षा के भी पुख्ता प्रबंध किए गए। उल्लेखनीय है कि इससे पहले बिहार में शराबबंदी को लेकर जनजागरूकता अभियान के तहत 21 जनवरी 2017 को तथा 21 जनवरी 2018 को दहेज और बाल विवाह के खिलाफ भी मानव श्रृंखला बनाई गई थी।
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