मुंगेर। मुंगेर में गंगा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि के कारण हालात गंभीर होते जा रहे हैं। गंगा का जलस्तर 38.62 मीटर तक पहुंच चुका है, जो खतरे के निशान से केवल 71 सेंटीमीटर नीचे है। इस बढ़ते जलस्तर ने कई निचले इलाकों को टापू में तब्दील कर दिया है, जिससे ग्रामीणों के लिए संकट बढ़ गया है।
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बरियारपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत कृष्णानगर गांव में भी गंगा का पानी घुस आया है, जिसके कारण गांव के लगभग 25 घर पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं। इस कारण दर्जनों लोग अपने घरों को छोड़कर सड़कों पर शरण लेने को मजबूर हो गए हैं। इस गांव में 200 से अधिक लोग रहते हैं, जिनमें से अधिकांश दैनिक मजदूरी और मवेशी पालन पर निर्भर हैं। बाढ़ के पानी के चलते ग्रामीणों को अपने घरों में पानी में घुसकर जाना पड़ रहा है।
गांव के किनारे धान की फसल भी पूरी तरह डूब गई है, जिससे किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि अब तक नाव की व्यवस्था नहीं की गई है, जिसके चलते कुछ लोग पानी में तैरकर अपने घरों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ ग्रामीण सड़कों के किनारे झोपड़ियां बनाकर और हाईवे पर शरण लेकर अपनी जान बचाने का प्रयास कर रहे हैं।
हालांकि जिला प्रशासन ने कुछ क्षेत्रों में नाव की व्यवस्था की है और दावा किया है कि बाढ़ की स्थिति में हर तरह की तैयारी पूरी कर ली गई है, लेकिन कृष्णानगर गांव के प्रभावित लोगों को अभी तक कोई राहत नहीं मिली है। ग्रामीणों ने प्रशासन से खाना-पानी, रेस्क्यू ऑपरेशन, और चिकित्सा सेवाओं की मांग की है, लेकिन स्थिति अभी भी चिंताजनक बनी हुई है।
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