गया। गया जी के जनकपुर मोहल्ले में एक 35 वर्षीय विवाहिता निशा कुमारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है। 16 जून, 2025 को उसके ससुराल में हुई इस घटना के बाद, मृतका के परिजनों ने निशा के पति अभिषेक, देवर गोलू और ससुर पर केवल बेटी पैदा करने और दहेज की मांग पूरी न होने पर हत्या का संगीन आरोप लगाया है।
नालंदा जिले के लहरी थाना क्षेत्र के मयूरिया मोहल्ले की रहने वाली निशा कुमारी की शादी सन 2015 में गया के जनकपुर मोहल्ला निवासी अभिषेक के साथ हुई थी। परिजनों के अनुसार, शादी में लगभग 12 लाख रुपये खर्च किए गए थे। शादी के शुरुआती कुछ महीने तो सब ठीक-ठाक रहा, लेकिन निशा के दो बेटियां होने के बाद स्थिति बिगड़ने लगी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
आरोप है कि निशा के पति अभिषेक और उसके ससुराल वाले बेटा पैदा न होने को लेकर उसे लगातार प्रताड़ित करने लगे। वे शराब पीकर निशा के साथ मारपीट करते और अतिरिक्त दहेज के रूप में रुपयों की मांग करने लगे। परिजनों द्वारा समय-समय पर ससुराल पक्ष को रुपये दिए भी गए, लेकिन उनकी मांगें बढ़ती ही गईं।
निशा की मौत का पता तब चला जब 17 जून को निशा के देवर गोलू ने उसके परिजनों को मोबाइल पर सूचना दी कि निशा ने जहर खा लिया है और उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। जब निशा के परिजन गया पहुंचे, तो उन्हें निशा का शव मिला। शव की हालत देखकर परिजन स्तब्ध रह गए। निशा के गले पर गहरा काला निशान था, उसके कपड़े फटे हुए थे, और शरीर पर चोट के कई निशान भी मौजूद थे, जो हत्या की ओर इशारा कर रहे थे।
ससुराल वालों ने मौके पर एक चिट्ठी भी दिखाई, जिसे उन्होंने निशा द्वारा लिखा गया 'सुसाइड नोट' बताया। हालांकि, निशा के भाई सरवन ने इस चिट्ठी को पूरी तरह से फर्जी बताया। उन्होंने दावा किया कि यह लिखावट निशा की नहीं है और यह एक सोची-समझी साजिश है।
निशा के परिजनों का स्पष्ट आरोप है कि निशा को उसके पति और ससुराल वालों ने मिलकर बेटा पैदा न होने और दहेज की मांग पूरी न होने के कारण बेरहमी से मार डाला है।
घटना के बाद से ही आरोपी पति अभिषेक अपने पूरे परिवार सहित फरार है। परिजनों का आरोप है कि घटना के इतने दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस द्वारा किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
निशा की दो मासूम बेटियों ने भी पुलिस प्रशासन और मीडिया के सामने अपने दर्द को बयां किया। उन्होंने बताया कि उनके पापा (अभिषेक) शराब पीकर उनकी मां को मारते थे, और वे अपनी मां को छोड़ देने के लिए गिड़गिड़ाते रहते थे, लेकिन उनके पापा मारपीट बंद नहीं करते थे।
मृतक निशा के परिजनों को पुलिस द्वारा अब तक केवल आश्वासन ही दिए जा रहे हैं, जिससे उनमें आक्रोश और निराशा है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से जल्द से जल्द सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें और निशा की मासूम बेटियों को न्याय दिलाने की मार्मिक गुहार लगाई है।
बेगूसराय में दिनदहाड़े फायरिंग: बदमाशों ने तीन युवकों को मारी गोली, एक की मौत, दो घायल
पश्चिम बंगाल: युवती का आरोप 'आईआईएम कैंपस में हुआ यौन उत्पीड़न', पुलिस ने शुरू की जांच
दिल्ली: कालकाजी में फायरिंग की कॉल और गोली लगने की सूचना, घायल युवकों ने बयान देने से किया इनकार
Daily Horoscope