लौरिया, चम्पारण। राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय सौराहा में पिछले दो दिनों से चल रहे विरोध प्रदर्शन के कारण स्थिति गंभीर हो गई है। आज भी बच्चे और अभिभावक विद्यालय के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में लगे रहे। अभिभावकों ने अपने बच्चों को विद्यालय नहीं भेजा, और उन्होंने प्रधान शिक्षक राजेश कुमार प्रसाद तथा सहायक शिक्षक संजय सिंह के खिलाफ आंदोलन जारी रखा।
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ग्रामीणों का आरोप है कि प्रधान शिक्षक और सहायक शिक्षक ने विद्यालय की छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार किया है और विद्यालय में पढ़ाई और मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था भी खराब है। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक आरोपी शिक्षकों पर कार्रवाई नहीं होती, उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
लौरिया बीडीओ संजीव कुमार और अंचलाधिकारी नीतीश कुमार सेठ भी मामले की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचे। घंटों समझाने के बावजूद ग्रामीण नहीं माने। बीडीओ और सीओ ने जांच करने की बात की और आगे की कार्रवाई का आश्वासन दिया, लेकिन ग्रामीणों का गुस्सा शांत नहीं हुआ।
प्रधान शिक्षक राजेश कुमार प्रसाद का कहना है कि गांव के कुछ लोग राजनीति के तहत ग्रामीणों को उकसा रहे हैं और आरोप बेबुनियाद हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रधान शिक्षक और सहायक शिक्षक छात्राओं के साथ गलत व्यवहार करते हैं, जिसके कारण कई छात्राएं विद्यालय नहीं जाती हैं। बच्चों ने भी आरोप लगाया कि उनके साथ जबरदस्ती दस्तखत कराए गए थे।
विरोध प्रदर्शन के दौरान, सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण विद्यालय के मुख्य द्वार पर एकत्र हुए और उनकी मांग है कि आरोपित शिक्षकों पर तुरंत कार्रवाई की जाए। फिलहाल, विद्यालय में पढ़ाई और मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है। ग्रामीणों ने स्पष्ट कर दिया है कि कार्रवाई होने तक उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
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