गुवाहाटी/अगरतला,। भीषण चक्रवाती तूफान "रेमल" के आने से पहले विभिन्न पूर्वोत्तर राज्यों में आपदा प्रबंधन अधिकारियों और सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और जिला प्रशासनों को अग्रिम एहतियाती कदम उठाने के लिए कहा गया है।
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भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के पूर्वानुमान के अनुसार, चक्रवात रेमल रविवार आधी रात को तट पार कर सकता है। इस कारण पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच भूस्खलन होने का अनुमान है।
इस समय चक्रवात केंद्र के आसपास 110-120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही है। रफ्तार 135 किमी प्रति घंटे तक बढ़ सकती है।
बाहरी बादल बैंड बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों पर स्थित है, जिससे भारी बारिश हो सकती है। आईएमडी के एक बयान में रविवार देर रात कहा गया कि चक्रवात कोलकाता डॉपलर मौसम रडार की लगातार निगरानी में है।
असम, मेघालय, त्रिपुरा, मणिपुर और मिजोरम सरकारों ने अलग-अलग सलाह जारी की है और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, जिला प्रशासन और अन्य संबंधित विभागों को अधिकतम सतर्क रहने और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है।
असम सरकार ने चक्रवात रेमल के कारण बारिश और हवा की गति में वृद्धि की संभावना के मद्देनजर अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उपाय किए हैं।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने कहा कि आईएमडी ने 27 और 28 मई को असम के साथ-साथ अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।
एएसडीएमए ने एक बयान में कहा कि धुबरी, दक्षिण सलमारा, बोंगाईगांव, बजाली, तामुलपुर, बारपेटा, नलबाड़ी, मोरीगांव, नागांव, होजई और पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट और चिरांग, गोलपारा, बक्सा, दिमा हसाओ, कछार, हैलाकांडी और करीमगंज जिले में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है।
--आईएएनएस
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