हैदराबाद/विजयवाड़ा। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में सोमवार को ईंधन की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों द्वारा बुलाए गए राष्ट्रव्यापी बंद का आंशिक असर देखा गया। बस सेवाएं दोनों तेलुगू राज्यों में तडक़े से ही प्रभावित हैं। कई निजी शैक्षणिक संस्थान भी बंद हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
कांग्रेस और वामपंथी दलों के कार्यकर्ता सडक़ों पर बसों का परिचालन रोकने के लिए राज्य सडक़ परिवहन निगमों के डिपो पर धरना दे रहे हैं। कांग्रेस, विपक्षी पार्टियों, जन सेना और इनसे जुड़े व्यापार संगठनों के नेता हैदराबाद और तेलंगाना व आंध्रप्रदेश के कस्बों में गिरफ्तार हुए।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के सचिव सलीम अहमद और श्रीनिवासन कृष्णन ने महबूबनगर और करीमनगर में विरोध प्रदर्शन किया। तेलंगाना में सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) इस बंद का समर्थन नहीं कर रही है।
आंध्र प्रदेश की सत्ताधारी तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) हालांकि आधिकारिक तौर पर बंद का समर्थन नहीं कर रही है लेकिन दोनों राज्यों में इसके कार्यकर्ता पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ विरोध में शामिल हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के खिलाफ नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारी सडक़ों पर उतरे। इन्होंने सडक़ों पर विरोध प्रदर्शन और रैलियों का आयोजन किया।
--आईएएनएस
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