हैदराबाद। तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने मंगलवार को पूर्व उप मुख्यमंत्री कादियम श्रीहरि, तेलंगाना विधान परिषद के पूर्व अध्यक्ष जी. सुखेंद्र रेड्डी, राज्यसभा सदस्य बंदा प्रकाश और स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने वाले एक नौकरशाह को राज्य विधान परिषद के द्विवार्षिक चुनावों के लिए उम्मीदवार नामित किया है। श्रीहरि और सुखेंद्र रेड्डी को लगातार दूसरी बार नामांकित किया गया है, जबकि बंदा प्रकाश, (जो 2018 में राज्यसभा के लिए चुने गए थे) उनको आश्चर्यजनक रूप से राज्य विधानमंडल के उच्च सदन में भेजा जा रहा है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
टीआरएस ने विधान परिषद की छह सीटों के लिए विधान सभा सदस्यों (एमएलए) कोटे से द्विवार्षिक चुनावों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है।
पी. वेंकटरामी रेड्डी के सिद्दीपेट जिला कलेक्टर के पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद, टीआरएस ने उन्हें परिषद के उम्मीदवार के रूप में नामित किया है।
वेंकटरामी रेड्डी, (जिनकी मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के पैर छूने की कार्रवाई और एक अदालत के खिलाफ कथित अवमाननापूर्ण टिप्पणी से विवाद पैदा हो गया था) ने सोमवार को सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली।
रेड्डी, (एक समूह-1 के अधिकारी, जिन्हें 2007 में आईएएस रैंक में पदोन्नत किया गया था) ने कहा कि वह राज्य का विकास करने के लिए केसीआर के मार्गदर्शन में काम करेंगे।
उम्मीदवारों में पी. कौशिक रेड्डी शामिल हैं, जिन्होंने चार महीने पहले टीआरएस में शामिल होने के लिए कांग्रेस छोड़ दी थी। राज्य मंत्रिमंडल ने 1 अगस्त को कौशिक रेड्डी को राज्यपाल के कोटे के तहत नामित करने का फैसला किया था और राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन को एक सिफारिश भेजी थी।
हालांकि, राज्यपाल ने फाइल को मंजूरी नहीं दी, इसलिए टीआरएस ने उन्हें विधायक कोटे के तहत परिषद में भेजने का फैसला किया है।
सुंदरराजन ने 8 सितंबर को कहा था कि कैबिनेट की सिफारिश अभी विचाराधीन है, क्योंकि उन्हें निर्णय लेने के लिए और समय चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि चूंकि मनोनीत पद समाज सेवा की श्रेणी में आता है, इसलिए वह कौशिक रेड्डी की समाज सेवा के बारे में जानकारी हासिल करने का प्रयास कर रही हैं।
टीआरएस द्वारा घोषित छठे उम्मीदवार पार्टी सचिव टी. रविंदर राव हैं।
विधान परिषद की छह सीटों के लिए चुनाव 29 नवंबर को होने हैं। चूंकि 119 सदस्यीय विधानसभा में टीआरएस के पास भारी बहुमत है, इसलिए उनके सभी उम्मीदवारों का चुनाव केवल औपचारिकता लगता है।
16 नवंबर नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख है। नामांकन पत्रों की जांच 17 नवंबर को होगी, जबकि 22 नवंबर को नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि होगी।
यदि आवश्यक हुआ तो 29 नवंबर को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान होगा। वोटों की गिनती उसी दिन की जाएगी।
मौजूदा एमएलसी का कार्यकाल जून में समाप्त हो गया था, लेकिन देश में कोविड -19 की दूसरी लहर के प्रकोप के कारण चुनाव नहीं हो सके।
अकुल्ला ललिता, मोहम्मद फरीदुद्दीन, गुथा सुखेंद्र रेड्डी, नेथी विद्यासागर, बोडाकुंटी वेंकटेश्वरलु और कदियम श्रीहरि का कार्यकाल 3 जून को समाप्त हो गया। उनमें से केवल सुखेंद्र रेड्डी और श्रीहरि को फिर से नामित किया गया है।
--आईएएनएस
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