दक्षिण एशिया संचार उपग्रह जीसैट 9 के लॉन्च से साउथ एशिया के देशों की
कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी को फायदा मिलेगा। इस प्रोजेक्ट पर 450 करोड़ रुपए
का खर्च आया है। इस मिशन में अफगानिस्तान, भूटान, नेपाल, बांग्लादेश,
मालदीव और श्रीलंका शामिल हैं। ये देश इसरो को 12 साल में 96 करोड़ रुपए
देंगे। साउथ एशियाई इलाके में प्रकृतिक आपदाएं आ सकती हैं। ये भी पढ़ें - देह व्यापार करने वालों की अब खैर नहीं....
ऐसे वक्त में ये
सैटेलाइट इन देशो के बीच कम्युनिकेशन में मददगार साबित होगा। इसके अलावा
इस सैटेलाइट से इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, टीवी ब्रॉडकास्टिंग, डिजास्टर
मैनेजमेंट, टेली मेडिसन और टेली एजुकेशन को बढावा मिलेगा। इसमें शामिल देश
36-54 मेगाहर्ट्ज कैपिसिटी का ट्रांसपोंडर भेज सकते हैं। इसका इस्तेमाल
आंतरिक मसलों के हल के लिए कर सकते हैं।
First Phase Election 2024 : पहले चरण में 60 प्रतिशत से ज्यादा मतदान, यहां देखें कहा कितना मतदान
Election 2024 : सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल और सबसे कम बिहार में मतदान
पहले चरण के बाद भाजपा का दावा : देश में पीएम मोदी की लहर, बढ़ेगा भाजपा की जीत का अंतर
Daily Horoscope