हैदराबाद। भाकपा के राष्ट्रीय सचिव के. नारायण ने मंगलवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 26 मई को इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (आईएसबी) के दौरे से पहले अधिकारियों ने आईएसबी के छात्रों पर निगाह रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की यह कार्रवाई अलोकतांत्रिक है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
प्रधानमंत्री 26 मई को बिजनेस स्कूल के 2022 के स्नातकोत्तर कार्यक्रम कक्षा 20वें वार्षिक दिवस समारोह और दीक्षांत समारोह में भाग लेने के लिए आईएसबी का दौरा करेंगे।
नारायण ने एक बयान में कहा कि आईएसबी एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रसिद्ध बिजनेस स्कूल है और यहां से पास होने वाले छात्र अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण पदों पर आसीन होते हैं।
भाकपा नेता ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री के खिलाफ या लोकतंत्र के समर्थन में सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट करने वाले छात्रों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
नारायण ने कहा कि ऐसे छात्रों को कार्यक्रम में शामिल होने से रोकने का प्रयास किया जा रहा है।
इस कथित कदम को नृशंस बताते हुए उन्होंने कहा कि हर किसी को भी अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार है। अगर छात्रों को स्वतंत्र रूप से अपने विचार व्यक्त करने की अनुमति नहीं दी जाएगी, तो उन्हें प्रतिष्ठित संस्थान में कैसे शिक्षित किया जाएगा।
उन्होंने मांग करते हुए कहा कि अधिकारी तुरंत निगरानी बंद कर दें और छात्रों को बिना किसी रोक-टोक के वार्षिक समारोह में भाग लेने की अनुमति दें।
--आईएएनएस
अब एनआईए करेगी नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने वाले दवा दुकान मालिक की हत्या की जांच
उदयपुर हत्याकांड के चारों आरोपी एनआईए की कोर्ट में पेश, 10 दिन की रिमांड पर भेजा
तृणमूल विधायक निर्मल माजी पर लगा ममता बनर्जी की तुलना 'अल्लाह' से करने का आरोप
Daily Horoscope