हैदराबाद। देश के प्राचीन शहरों में से एक हैदराबाद में आने वाले दिनों में एक भी भिखारी देखने को नहीं मिलेगा। जी हां, ऐसा हम इसलिए कह रहे है क्योंकि हैदराबाद को भिखारी मुक्त बनाने का अभियान जोरों शोरों से चलाया जा रहा है। दरअसल, यहां जेल विभाग की ओर से भिखारियों की किस्मत बदलने की कोशिश की जा रही है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
अब तक जेल विभाग कुल 9000 भिखारियों की पहचान कर चुका है और उनकी जिंदगी बदलने की कोशिशें की जा रही हैं। इसके अलावा 300 भिखारियों को पुनर्वास केंद्र भी भेजा गया है जहां उन्हें शिक्षा दी जा रही है और रोजगार पाने के लायक बनाया जा रहा है। तेलंगाना जेल विभाग के आईजी ने इस बारे में बताया कि हैदराबाद शहर को भिखारी मुक्त बनाने की दिशा में कई कदम उठाए जा रहे हैं और ऐसे ही कदम पूरे राज्य में उठाने की जरूरत है।
इससे पहले शहर को भिखारी मुक्त बनाने के लिए एक अनोखी घोषणा करने को लेकर भी हैदराबाद प्रशासन सुर्खियों में रह चुका है। सार्वजनिक जगहों को भिखारी मुक्त बनाने के लिए तेलंगाना के जेल विभाग ने भिखारियों की पहचान करने वाले लोगों को इनाम देने की घोषणा की थी। साल 2017 के नवंबर महीने में जेल विभाग की ओर से भिखारी के बारे में जानकारी देने पर 500 रुपए का इनाम रखा गया था। इस फैसले को साल के अंत में यानी दिसंबर 2017 से लागू किया गया था। प्रशासन और जेल विभाग की ओर से यह कदम हैदराबाद शहर और भिखारियों दोनों की बेहतरी के लिए उठाए जा रहे हैं।
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