अमरावती। आंध्र प्रदेश विधानसभा से मंगलवार को शेष बजट सत्र के लिए विपक्षी तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के चार सदस्यों को निलंबित कर दिया गया। विधायकों के अनियंत्रित व्यवहार को गंभीरता से लेते हुए स्पीकर तम्मिनेनी सीताराम ने उनके निलंबन की घोषणा की। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
पश्चिम गोदावरी जिले के जंगारेड्डीगुडेम शहर में अवैध शराब से हुई मौतों पर बहस की मांग को लेकर तेदेपा सदस्यों ने सदन में हंगामा किया। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी विधायक खड़े होकर इस मुद्दे पर बहस की जिद कर रहे थे।
अध्यक्ष ने स्थगन प्रस्ताव के उनके नोटिस को इस आधार पर खारिज कर दिया कि पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी द्वारा सरकार के रुख को स्पष्ट करते हुए एक बयान देने के बाद इस मुद्दे को बंद कर दिया गया था।
हालांकि, टीडीपी सदस्यों ने आरोप लगाया कि सरकार शराब से होने वाली मौतों को सामान्य मौत बताकर सच्चाई छिपा रही है और इस मुद्दे पर बहस की मांग की। जब सदन में प्रश्नकाल शुरू हुआ तब भी वे सदन के वेल में आ गए और नारेबाजी की।
स्पीकर ने कथित तौर पर सीटी बजाने वाले तेदेपा के कुछ सदस्यों को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि वे अपने अनियंत्रित व्यवहार से सदन की बदनामी कर रहे हैं। उन्होंने चार सदस्यों का नाम लिया और शेष चल रहे सत्र के लिए उनके निलंबन की घोषणा की।
तेदेपा के निलंबित विधायकों ने बाद में मीडिया से कहा कि सरकार उन्हें निलंबित कर विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है।
इस बीच, विधान परिषद में तेदेपा सदस्यों ने भी अवैध और सस्ती शराब से होने वाली मौतों पर बहस की मांग को लेकर अपना विरोध जारी रखा। विपक्ष के विरोध के कारण सदन को स्थगित करना पड़ा।
--आईएएनएस
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