हैदराबाद। हैदराबाद और आस-पास के इलाकों की दर्जनों कॉलोनियां शुक्रवार को लगातार चौथे दिन भी जलमग्न रहीं। अधिकारी जलभराव वाले इलाकों से पानी को बाहर निकालने और बारिश से प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए जूझते नजर आए। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) का आपदा प्रतिक्रिया बल (डीआरएफ) ने प्रभावित इलाकों में नावों के साथ बचाव और राहत अभियान चलाया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
हालांकि, राहत की बात रही कि दूसरे दिन भी आसमान साफ रहा।
13 अक्टूबर की रात को मूसलाधार बारिश और बाढ़ के बाद झीलों और नालियों से रिहायशी कॉलोनियों में पानी घुस गया।
हैदराबाद के रमनपुर में पेड्डा चेरुवु झील, उप्पल, सरूरनगर, हयात नगर और मेलर्देवपल्ली में पल्ले चेरुवु झील के पास कालोनियों में जलभराव बना रहा। इसी तरह की स्थिति खैरताबाद में राजभवन और सीआईबी कॉलोनी के सामने देखी गई।
कुछ स्थानों पर, अपार्टमेंटों के भूमिगत क्षेत्र जलमग्न हो गए। ऊपरी मंजिल पर रहने वाले लोग अभी भी राहत का इंतजार कर रहे हैं।
जलमग्न कॉलोनियों के निवासियों ने कहा कि वे बाढ़ में सब कुछ खो चुके हैं। रमनपुर के साईं चित्रा नगर कॉलोनी में एक महिला ने कहा, हमने इस बारिश में अपना सब कुछ खो दिया है। हमारे घर का सारा सामान या तो बह गया या पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। बच्चों ने अपने शिक्षा प्रमाणपत्र भी खो दिए हैं।
निवासियों ने जल निकासी के लिए सरकारी विभागों और ठेकेदारों के बीच खराब जल निकासी और समन्वय की कमी को जिम्मेदार ठहराया।
मुसी नदी का जल स्तर कम होने के बाद, जीएचएमसी के अधिकारियों ने चादरघाट और मूसरामबाग में झील के किनारे के क्षेत्रों में राहत का काम शुरू किया।
इस बीच, राजेंद्र नगर सर्कल के पास अली नगर में बाढ़ के पानी में बह गए एक परिवार के चार सदस्यों को बचावकर्मी अभी भी ढूंढ रहे है। बुधवार और गुरुवार को दो बच्चों सहित परिवार के चार सदस्यों के शव मिले थे। नौ लोगों का परिवार बुधवार को बाढ़ के पानी से बचने की कोशिश कर रहा था। 60 वर्षीय परिवार के प्रमुख अब्दुल ताहिर कुरैशी एक पेड़ पर चढ़कर जान बचाने में सफल रहे।
हैदराबाद और तेलंगाना के अन्य हिस्सों में मूसलाधार बारिश और बाढ़ ने अब तक 50 लोगों की जान ले ली है। मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने गुरुवार को शोक संतप्त परिवारों को 5-5 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की।
इस बीच, नगरपालिका प्रशासन और शहरी विकास मंत्री के.टी. रामाराव ने लगातार तीसरे दिन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने शुक्रवार को मक्था का दौरा किया और एक राहत शिविर में शरण लिए हुए लोगों से मुलाकात की। उन्होंने अधिकारियों को सभी प्रभावित परिवारों के लिए राशन की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंदी संजय और तेदेपा अध्यक्ष एल. रमना ने भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और आरोप लगाया कि टीआरएस सरकार प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने में विफल रही है।
--आईएएनएस
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