अमरावती। आंध्र प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव में 77 प्रतिशत मतदान होने के बाद, तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी दोनों ने शुक्रवार को राज्य में अगली सरकार बनाने और लोकसभा में अधिकतम सीट जीतने का भरोसा जताया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
तेदेपा जहां लोगों द्वारा उसे दूसरा कार्यकाल दिए जाने को लेकर भरोसा जता रही है, वहीं मुख्य विपक्षी वाईएसआर कांग्रेस पार्टी राज्य में 'जबरदस्त जीत' को लेकर निश्चिंत है। हिंसा और ईवीएम में खराबी की वजह से कुछ जगहों पर चुनाव प्रक्रिया में बाधित हुई, जिस वजह से यहां आधीरात तक मतदान होता रहा।
सत्ता की दौड़ में शामिल दोनों पक्षों ने कहा कि उच्च मतदान प्रतिशत उनके पक्ष में काम करेगा। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर हिंसा के आरोप लगाए, जिस वजह से दो लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
मुख्यमंत्री और तेदेपा नेता एन. चंद्रबाबू नायडू ने शुक्रवार सुबह वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पार्टी नेताओं से कहा कि चुनावी रुझान स्पष्ट तौर पर दिखा रहे हैं कि लोग तेदेपा के साथ हैं। नायडू ने कहा कि तेदेपा 175 विधानसभा सीटों में से 135 और 25 लोकसभा सीटों में से 20-22 पर कब्जा जमाएगी।
तेदेपा नेता ने कहा कि कल्याणकारी योजनाएं खासकर बुजुर्गों और विधवाओं के लिए पेंशन और महिला स्वंय सहायता समूहों के लिए वित्तीय सहायता उन्हें सत्ता में वापस लौटने में मदद पहुंचाएगी।
वाईएसआरसीपी ने दूसरी तरफ दावा किया कि लोगों का भारी संख्या में मतदान करना सत्ता विरोधी लहर को दिखाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि तेदेपा ने ज्यादा मतदान को रोकने की कोशिश की लेकिन फिर भी लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करने आए।
पार्टी अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी ने मीडिया से कहा कि उच्च मतदान प्रतिशत से स्पष्ट है कि उनकी पार्टी एक जबरदस्त जीत हासिल करने वाली है। उन्होंने कहा, "चंद्रबाबू ने मत प्रतिशत को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास किया और चुनाव आयोग के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए।"
वाईएसआरसीपी नेताओं ने कहा कि जगन की 'राज्यव्यापी पदयात्रा' और राज्य को विशेष दर्जा देने को लेकर स्पष्ट पक्ष की वजह से राज्य में सकारात्मक लहर पैदा हुई, जिसके फलस्वरूप लोग बड़ी संख्या में मतदान डालने आए।
2014 में, तेदेपा ने 102 सीटों और तब उसके गठबंधन की साथी भाजपा ने चार सीटों पर कब्जा जमाया था। वाईएसआरसीपी ने 67 सीटें जीती थीं। लोकसभा चुनावों में तेदेपा-भाजपा गठबंधन ने 17 सीट और वाईएसआरसीपी ने कुल आठ सीटें जीती थीं। तेदेपा को 15 और भाजपा को 2 सीट मिली थी।
--आईएएनएस
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