सीबीआई ने इस याचिका का विरोध किया और साथ ही यह तर्क दिया कि जगन गवाहों
को प्रभावित कर सकते हैं। इसे क्विड-प्रो-क्वो मामलों के रूप में जाना जाता
है, जिसमें जगन पर आरोप लगाया गया है कि वे अपने कारोबार में फर्मों और
व्यक्तियों द्वारा 2004 से 2009 के बीच अपने पिता वाई. एस. राजशेखर रेड्डी
के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा अनुचित निवेश प्राप्त कर रहे थे।
सीबीआई ने
जगन और अन्य के खिलाफ 11 आरोपपत्र दायर किए हैं। हालांकि वाईएसआरसीपी नेता
ने सभी आरोपों से इनकार करते हुए इन्हें राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया है।
सीबीआई ने इस मामले में जगन को गिरफ्तार किया था और उन्हें 27 मई 2012 को
जेल भेज दिया। हालांकि 16 महीने जेल में रहने के बाद उन्हें जमानत दे दी
गई।
(IANS)
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