22 कैरेट सोना : इसका तात्पर्य है कि आभूषण में 22 भाग सोना
है और शेष 2 भाग में अन्य धातुएं हैं। इस प्रकार का सोना आभूषण बनाने में
प्रयोग किया जाता है, क्योंकि यह 24 कैरेट सोने से अधिक कठोर होता है।
हालांकि, नगों से जड़े आभूषणों के लिए 22 कैरेट सोने को प्राथमिकता नहीं दी
जाती है। ये भी पढ़ें - इन 7 टाइप के लडकों पर लडकियां होती हैं फिदा
18 कैरेट सोना : यह श्रेणी 75 प्रतिशत सोना तथा 25
प्रतिशत तांबा और चांदी वाली होती है। यह बाकी दो श्रेणियों की तुलना में
कम महंगी है और इसका इस्तेमाल स्टड तथा हीरे के आभूषण बनाने में किया जाता
है। इसका रंग हल्का पीला होता है। सोने का प्रतिशत कम होने के कारण, यह 22
या 24 कैरेट श्रेणियों की तुलना में मजबूत होता है। इसलिए लाइटवेट और
ट्रेंडी ज्वैलरी बनाने तथा सादे डिजायन तैयार करने में इसका उपयोग किया
जाता है। समान डिजायन तैयार करने में, कम कैरेट का सोना उच्च कैरेट विकल्प
की तुलना में कम वजन वाला होता है। इस सोने का मूल्य कम होता है, क्योंकि
18 कैरेट में सोने का घटक कम होता है। इसके कारण आभूषण हल्के, किफायती और
अधिक टिकाऊ होते हैं।
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