बरसों से सरसों के तेल का इस्तेमाल
रसोई में प्रमुख रहा है। एक रिसर्च के अनुसार सरसों के तेल में म्यूफा और
प्यूफा की अच्छी मात्रा पाई जाती है। इसमें ओमेगा 6 और आमेगा 3 सही अनुपात
में मौजूद होता है। लेकिन तेल का अधिक इस्तेमाल सेहत के लिए ठीक नहीं है,
इसे रोज 2.5 चम्मच से ज्यादा इस्तेमाल नहीं करना चाहिय। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
सरसों के तेल की
मदद से खाने का स्वाद स्वादिष्ट हो जाता है। फिर चाहे आप एक पंच सितारा
होटल में खाए या फिर सडक के किनारे दोनों ही जगत खाने में सरसों का तेल डला
रहता है। जो कि खाने के स्वाद को और बढा देता है। लेकिन यह गहरा पीला रंग
का तेल केवल खाने के लिए नहीं, बल्कि शरीर मसाज, बालों, त्वचा से जुडी अनेक
परेशानियों का समाधान करती है। इसके अलावा यह त्वचा मेें होने वाले किसी
संक्रमण शरीर के विषाक्त पदार्थो और रेशेज से लडने में मदद करता है। इस तेल
में एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो आपकी त्वचा में होने
वाले रेशेज और त्वचा की रंगत को हल्का करने में मदद करता है।
आलू के पराठे से ज्यादा पौष्टिक होता है लौकी का पराठा, रेसिपी
क्या आपने भी पाल रखें हैं जानवर, सावधान स्वस्थ कुत्ते-बिल्लियों से मिलेगा सुपरबग
शादी से पहले संबंध, नुकसान से ज्यादा हैं फायदे
Daily Horoscope