पौधों और फूलों की अच्छी बढ़त के लिए कई तरह के खाद और उर्वरक आते हैं। इनमें ह्यूमिक एसिड कारगर माना जाता है। इसे मिट्टी में डालते ही पौधें हरे-भरे हो जाते हैं। वहीं फूल अच्छे और स्वस्थ बढऩे लगते हैं। यह सभी रसायनों से तैयार होते हैं इसलिए पौधों को हानि भी पहुँचा सकते हैं। इससे मिट्टी की उर्वरता कम होने लगती है। रसायन युक्त खाद या उर्वरकों का प्रयोग करने के स्थान पर जैविक उर्वरक घर पर ही तैयार कर इनका उपयोग पौधों के लिए किया जा सकता है। इससे पौधे स्वस्थ रहेंगे और उनको नुकसान पहुँचने का डर भी नहीं होगा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
ऐसे बनाएँ ह्यूमिक एसिड
एक 50 लीटर के ड्रम में 35 लीटर पानी भरें। उसमें 7 किलो गाय के गोबर के कंडे डाल दें। उसके बाद 2 किलो दही, 2 किलो सरसों की खली, 300 ग्राम बेसन और डेढ़ किलो पुराना गुड़ डाल दें। ड्रम के पानी में सबको अच्छी तरह मिला दें और ऊपर से 15 लीटर पानी और डाल दें। ढक्कन लगाकर छांव में 15 दिन रख दें। 15 दिनों के बाद उसमें डाले गए कंडों को बिना फोड़े बाहर निकाल दें और पूरे पानी को अच्छी तरह मिलाएँ। तैयार ह्यूमिक एसिड को 6 माह तक उपयोग कर सकते हैं।
फायदेमंद है
ह्यूमिक एसिड पौधों के पाचन तंत्र का हिस्सा माना जाता है। यह मिट्टी में आवश्यक तत्वों को बहने से रोकने में सक्षम होता है। ह्यूमिक एसिड का 70 फीसदी कार्य मिट्टी में होता है और 30 फीसदी कार्य पत्तियों पर होता है। जो रासायनिक खाद मिट्टी में डालते हैं उसका केवल 25 से 30 फीसदी हिस्सा ही पौधों को प्राप्त होता है, शेष मिट्टी में जम जाता है। रसायन से बने ह्यूमिक एसिड को साल में दो-तीन बार ही उपयोग कर सकते हैं, जबकि प्राकृतिक ह्यूमिक एसिड को कभी भी पौधों में डाल सकते हैं।
ह्यूमिक एसिड मुख्य रूप से मिट्टी को भुरभुरी बनाता है जिससे पौधों की जड़ों का विकास अधिक होता है। यह प्रकाश संश्लेषण को भी बढ़ाता है।
उपयोग का तरीका
दो मग ह्यूमिक एसिड को एक बाल्टी पानी में मिलाकर पौधों में डाल सकते हैं। इसे महीने में चार बार डाल सकते हैं।
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