रिश्तों की डोर ऐसी डोर होती है,
जिसमें बंधकर हम ख़ुद को सुरक्षित अनुभव करते हैं। हर कोई चाहता है कि अपने
पार्टनर के साथ उसका रिश्ता खास हो। वो उसे खूब प्यार करें। रिश्ते की
बुनियाद रखते समय उद्देश्य यही होता है कि इससे हमारे जीवन में ख़ुशियों के
रंग और खिलेंगे। कोई भी रिश्ता इस आशा से नहीं बनाया जाता कि इसमें किसी
एक को कमज़ोर रखा जाएगा। लेकिन जब रिश्ते बिगड़ते हैं, तब बेहद तक़लीफ़ देते
हैं।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
कई बार हम इस बात पर ध्यान ही नहीं दे पाते हैं कि जिस सुख की आशा
में हम एक रिश्ते से जुड़े हैं, दरअस्ल, हमारे कष्ट का कारण वही रिश्ता है।
कभी-कभी हम ग़लत रिश्तों में फंस कर रह जाते हैं और कई बार तो हमें ज्ञात
ही नहीं होता कि हमारे अंदर पनप रही निराशा का कारण अमुक रिश्ता है। ऐसा
लगता है कि अपने रिश्ते को बचाने की आपकी हर कोशिश नाकाम-सी क्यों लग रही
है। क्या इस रिश्ते में सारी ग़लतियां मैं ही कर रहा या रही हूं।
अगर ऐसे
विचारों ने आपकी नींद उड़ा दी हो तो ऐसे में आपका अपने प्रति सबसे पहला
कर्तव्य है कि ख़ुद को अहमियत दें और इस तरह के रिश्ते से जल्द से जल्द
बाहर निकलने की राह तलाशें। ऐसे में आज हम ऐसे रिलेशनशिप से मुक्ति पाने का
तरीक़ा बताने जा रहे है।
अपनी बात ज़रूर कहें...
दिल की बीमारी में इस्तेमाल होने वाली दवा 'हंटिंगटन' रोग में मददगार
गर्भावस्था के दौरान सामान्य एंटीसीजर दवा लेने से नुकसान नहीं!
मुंबई में डायबिटीज के मामलों में खतरनाक बढ़ोतरी: विशेषज्ञ दे रहे साबुत अनाज, फल-सब्जियों वाले आहार की सलाह
Daily Horoscope