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जानिये सर्दी के दिनों में बाथरूम में क्यों ज्यादा आते हैं हार्ट अटैक

Know why more heart attacks come in the bathroom during winters - Health Tips in Hindi

हाल ही में मेरी कॉलोनी में एक युवा व्यक्ति की बाथरूम में मौत हो गई। जाँच करने पर पता चला उन्हें हार्ट अटैक आया था। सिर्फ 35 वर्ष की उम्र में उस युवा का यूं चले जाना पूरी कॉलोनी के लिए परेशानी का सबब बन गया। हर व्यक्ति अब चिंतित नजर आ रहा था। विचार चल रहा था कि हो सकता है कल हमारा भी ऐसा ही हाल हो।

सर्दियों अपने चरम पर हैं। रात के साथ-साथ दिन के तापमान में भी काफी गिरावट दर्ज की जा रही है। साथ ही शीत लहर इसे और बढ़ावा दे रही है। क्या आप जानते हैं सर्दी के दिनों में सबसे ज्यादा हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे होते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई या लो ब्लड प्रेशर, थिक ब्लड या ब्लड क्लॉटिंग की समस्या, जिसके चलते स्ट्रोक या हार्ट अटैक का खतरा दोगुना हो जाता है।

समाचार जानने के बाद हर व्यक्ति के मन में यह सवाल उठने लगा कि बाथरूम में ही क्यों सबसे ज्यादा स्ट्रोक या हार्ट अटैक की समस्या होती है। आज हम अपने खास खबर डॉट कॉम के पाठकों को इस बारे में जानकारी देने जा रहे हैं। इसके पीछे कोई बड़ी वजह नहीं है अपितु एक छोटी सी चूक है जो कमोबेश हर व्यक्ति नहाते समय करता है। शायद आप और मैं भी यह चूक करते हैं। यह सिर्फ हाई कोलेस्ट्रॉल, थिक ब्लड या ब्लड क्लॉटिंग वाले मरीजों के साथ ही नहीं, किसी के साथ भी हो सकता है।

नहाते समय न करें यह गलती

हर इंसान नहाते समय सबसे पहले सिर पर पानी डालता है। सबसे पहले सिर पर पानी डालना ही वह चूक है जो आप और हमारे लिए जान लेवा साबित हो सकती है। नहाते समय किसी भी मौसम में सबसे पहले सिर पर पानी न डालें। नहाने का सही तरीका—सबसे पहले पैर, फिर कमर, फिर गर्दन और उसके बाद सिर—पर पानी डालना चाहिए। सीधे सिर पर ठंडा पानी डालने से कैपलेरी वेन्स सिकुडऩे का खतरा होता है। इस वेन के सिकुडऩे से ब्लड सर्कुलेशन डिस्टर्ब होता है और ब्लड प्रेशर अचानक से बढ़ जाता है। ठंडे पानी के कारण सिर की नसें सिकुड़ती हैं और ब्लड के प्रेशर से वह कई बार फट जाती हैं। इससे स्ट्रोक आता है। वहीं कई बार हार्ट में सही ब्लड सप्लाई न होने से हार्ट प्रेशर को झेल नहीं पाता है।

ब्लड सर्कुलेशन पर पड़ता है असर
शरीर का ब्लड सर्कुलेशन सिर से पैर की ओर होता है और जैसे ही सिर पर ठंडा पानी पड़ता है ब्लड नलिकाएं सिकुड़ जाती हैं और ब्लड सर्कुलेशन बहुत स्लो हो जाता है। इससे स्ट्रोक और अटैक का खतरा बढ़ जाता है, क्योंकि हार्ट तक ब्लड सही तरीके से नहीं पहुँच पाता है। कई बार ठंडा पानी पड़ते ही दिमाग की नसें ही फट जाती हैं। यही कारण है कि बाथरूम में सबसे ज्यादा स्ट्रोक या हार्ट अटैक के खतरे होते हैं।

बाल्टी-मग का इस्तेमाल करें
नहाने के लिए बाल्टी-मग का इस्तेमाल ही बेस्ट होता है। पानी को सबसे पहले अपने पैरों पर डालें। इससे शरीर पानी के तापमान से परिचित होगा और उसे झटका नहीं लगेगा। पैर के बाद धीरे-धीरे ऊपर की ओर पानी डालें। सबसे अंत में सिर पर पानी डालें। इससे दिमाग को शॉक नहीं लगेगा और ब्लड सर्कुलेशन सामान्य बना रहेगा।

आलेख में दी गई जानकारियों को लेकर हम यह दावा नहीं करते कि यह पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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Web Title-Know why more heart attacks come in the bathroom during winters
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Tags: know why more heart attacks come in the bathroom during winters
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