लंदन। रोजाना तीन-चार कप काफी पीने से मधुमेह टाइप-2 का खतरा 25 फीसदी कम हो सकता है। यह सुझाव एक शोध के नतीजों के आधार पर दिया गया है।
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मधुमेह टाइप-2 के मामलों में काफी पीने का असर पुरुष और महिला दोनों में पाया गया है।
शोध में कैफीन रहित काफी पीने से भी उसी प्रकार का प्रतिरक्षी प्रभाव पाया गया।
स्वीडन के कारोलिंस्का इंस्टीट्यूट के एसोसिएट प्रोफेसर मैट्टियस काल्स्ट्रोम ने कहा कि महज कैफीन नहीं, बल्कि हाइड्रॉक्सीसिनेमिक एसिड्स के कारण यह असर होता है। हाइड्रॉक्सीसिनेमिक एसिड्स में मुख्य रूप से क्लोरोजेनिक एसिड, ट्राजोनेलिन, कैफेस्टॉल, कॉवियोल और कैफिक एसिड होते हैं।
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